रांची: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से 10वीं राष्ट्रीय रोजगार मेले को संबोधित किया और विभिन्न सरकारी विभागों और संगठनों में 51,000 से अधिक नियुक्ति पत्र वितरित किए। झारखंड में दो स्थानों रांची के सीसीएल सभागार एवं धनबाद स्थित रेलवे के सभागार में रोजगार मेला समारोह का नियुक्ति पत्र वितरण हेतु आयोजन किया गया, जिसमें लगभग 400 नवनियुक्तों को नियुक्ति पत्र वितरित किया गए। रांची में 200 से अधिक और धनबाद में 173 नियुक्ति पत्र, मुख्य अतिथि और विशिष्ट अतिथियों ने प्रदान किए।रांची में इस मेले का दीप प्रज्वलन कर केंद्रीय जनजातीय मामले मंत्री अर्जुन मुंडा ने विधिवत शुरुआत की, स्थानीय सांसद संजय सेठ, विधायक गण सीपी सिंह तथा समरीलाल भी इस आयोजन में विशिष्ट अतिथि के रूप में शामिल हुए।
अपने संबोधन में केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा कि सभी नव नियुक्त कर्मयोगी के रूप में देश की सेवा में शामिल हो रहे हैं, विकसित भारत के सपने को साकार करने में आप सभी अपनी भूमिका अवश्य निभायेंगे।धनबाद में आयोजित कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे मुख्य अतिथि थे, वहीं धनबाद के सांसद पशुपति नाथ सिंह विशिष्ट अतिथि रहे। धनबाद मंडल के रेल प्रबंधक कमल किशोर सिन्हा भी पुरे कार्यक्रम के दौरान उपस्थित रहे। केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे ने कहा कि यह आयोजन प्रधानमंत्री के द्वारा युवाओं के हितों को रक्षा करने की दिशा में एक कदम है। उन्हीं के दिशा निर्देशों पर रेलवे सहित सभी मंत्रालय और विभाग मिशन मोड पर मौजूदा रिक्तियों को भरने की दिशा में काम कर रहे है। उन्होंने सभी नव नियुक्तो को देश की सेवा करने को कहा और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।देश भर से चुने हुए ये सभी नव नियुक्त अभ्यर्थी रेल मंत्रालय, डाक विभाग, गृह मंत्रालय, राजस्व विभाग, उच्च शिक्षा विभाग, स्कूल शिक्षा और साक्षरता विभाग और शिक्षा मंत्रालय, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण सहित विभिन्न मंत्रालयों/विभागों में सरकार में शामिल होंगे। पूर्व अभ्यर्थियों को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से नियुक्ति पत्र बांटने के उपरांत प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि रोजगार मेलों की यह विकास यात्रा एक महत्वपूर्ण पडाव पर पहुंच गई है, रोजगार मेले पिछले वर्ष अक्टूबर में शुरू हुए थे और केंद्र और राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) शासित राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों में विभिन्न रोजगार मेलों में लाखों युवाओं को सरकारी नौकरियों के लिए नियुक्ति-पत्र प्रदान किए गए। हम न केवल रोजगार प्रदान कर रहे हैं बल्कि एक पारदर्शी प्रणाली भी कायम रख रहे हैं।” उन्होंने कहा कि सरकार न केवल प्रक्रियाओं को सुव्यवस्थित करने का प्रयास कर रही है बल्कि परीक्षा प्रक्रिया का पुनर्गठन भी कर रही है। प्रधानमंत्री ने कहा कि कर्मचारी चयन प्रणाली के तहत भर्ती में लगने वाला समय भी घटाकर आधा कर दिया गया है।