रांची : झारखंड के रांची नामकुम स्थित कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय में राज्यपाल सी.पी. राधाकृष्णन एवं स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता संयुक्त रूप से स्वास्थ्य शिविर का उद्घाटन किया .
गौरतलब है कि झारखंड के राज्यपाल की दूरदर्शी पहल पर अपोलो अस्पताल वनग्राम, चेन्नई के डॉ. जी. लोगनाथन शिविर के आयोजन में राज्य सरकार ने पूर्ण सहयोग किया रानी चिल्ड्रेन अस्पताल, देवलोक, मेदांता एवं एचजीसी अस्पताल के चिकित्सकों के साथ-साथ आईएमए,एपीआई, ओबीजीवाईएन और नेशनल बर्न्स एसोसिएशन के चिकित्सकों ने शिविर के आयोजन में अहम सहयोग किया। शिविर में डॉ. जी.लोगनाथन, डॉ. प्रवीण कुमार, सिविल सर्जन, डॉ. एन. मैथ्यू, चिकित्सा पदाधिकारी एवं नोडल पदाधिकारी, शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. राजेश कुमार, डॉ. अभिषेक रामघिन (ईएनटी), डॉ. अर्चना, स्त्री एवं प्रसुति रोग विशेषज्ञ, डॉ. अंनत सिन्हा, प्लास्टिक सर्जन, डॉ. कृष्ण किंकर दास (ईएनटी), डॉ. रवि रौशन, डॉ. देवव्रत चट्टोराज (दंत रोग विशेषज्ञ) आदि चिकित्सक मुख्य रूप से उपस्थित थे। राज्यपाल ने डॉ. जी० लोगनाथन एवं उनकी टीम को बधाई देते हुए कहा कि स्वास्थ्य शिविर के आयोजन से लोगों में स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता आती है। बहुत सारे लोग जो किसी कारणवश चिकित्सक या अस्पताल में नहीं जा पाते हैं, उन्हें शिविर के माध्यम से अपनी बीमारियों का ज्ञात होता है और उनका त्वरित इलाज भी संभव हो पाता है। इस परिप्रेक्ष्य में स्वास्थ्य शिविर बीमारियों की रोकथाम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। राज्यपाल ने कहा कि शिविर में लोगों को जीवन में स्वस्थ जीवनशैली, उचित पोषण की भी जानकारी प्रदान की जाती है। उन्होंने कहा कि किसी बीमारी से उबरने के लिए इलाज के साथ-साथ मानसिक बल की भी आवश्यक है। कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यलाय, नामकुम की छात्राओं के साथ-साथ आसपास के समाज के लोग भी इस शिविर से लाभान्वित होंगे। लोगों के कल्याणार्थ राष्ट्रपति आयुष्मान भव योजना राष्ट्र को समर्पित किया गया। इस योजना का उद्देश्य ही है कि समाज के सभी वर्गों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा के साथ-साथ बीमा कवरेज से आच्छादित करना। भगवान बिरसा मुंडा की धरती झारखण्ड से ही प्रधानमंत्री स्वास्थ्य के क्षेत्र में विश्व की सबसे बड़ी बीमा योजना ‘आयुष्मान भारत’ योजना की शुरुआत की गई थी। स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मन निवास करता है। स्वास्थ्य के प्रति सचेष्ट व जागरूक रहना चाहिए। उन्होंने लोगों से हानिकारक मादक पदार्थों के सेवन न करने की अपील की तथा स्वस्थ एवं सुखी झारखण्ड के निर्माण की कामना की। उन्होंने हेल्थ किट का वितरण किया और इस शिविर आयोजन के लिए सभी चिकित्सकों एवं स्वास्थ्य कर्मियों के प्रति आभार प्रकट किया। शिविर में लगभग 700 रोगियों ने उपलब्ध 3000 सेवाओं का उपयोग किया, जिनमें रक्तचाप, मधुमेह, एनीमिया, हेपेटाइटिस बी और सी वायरस संक्रमण, महिला एवं बच्चों के स्वास्थ्य की जांच, दंत चिकित्सा, ईएनटी संबंधी समस्या, प्रारम्भिक कैंसर व जन्मजात विसंगतियों औऱ जलने की चोटों का पता लगाना शामिल था। उन्नत लीवर स्कैन-फाइब्रोस्कैन का पता लगाने का भी प्रयास था। मरीजों को अल्सर, एनीमिया, जीआई संक्रमण औऱ मल्टीविटामिन की निःशुल्क दवाएं दी गई। इस शिविर में हेपेटाइटिस बी का निःशुल्क टीकाकरण और रक्तदान कैंप का भी आयोजन किया गया।