रांची : झारखंड के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के. रवि कुमार ने अपने कार्यालय स्थित सभागार में राज्य की 13 विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों के निर्वाचक निबंधन पदाधिकारीयों द्वारा चलाये जा रहे टर्न आउट इंप्लीमेंटेशन प्लान की समीक्षा की। के रवि कुमार ने बताया कि पिछ्ले चुनाव में झारखण्ड राज्य का मतदान प्रतिशत राष्ट्रीय मतदान प्रतिशत से थोड़ा कम था । इसे बढ़ाने के लिए कार्ययोजना तैयार कर काम करना होगा।
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने कहा कि पिछले चुनाव में राज्य के 9 शहरी एवं 42 ग्रामीण विधानसभा क्षेत्रों में मतदान का प्रतिशत राष्ट्रीय मतदान प्रतिशत से कम था। ‘कोई मतदाता छूटे ना’ के लक्ष्य के साथ सभी अधिकारियों को समर्पित भाव से कार्य करना है। उन्होंने निर्वाचक निबंधन पदाधिकारीयों से कहा कि अपने क्षेत्र में बूथ लेवल तक जाकर वहां के मतदान प्रतिशत कम होने के कारणों को जाने और योजना बनाकर उन्हें दूर करने का कार्य करें। इस अवसर पर 13 विधानसभा क्षेत्रों से आये निर्वाचक निबंधन पदाधिकारीयों ने पीपीटी के माध्यम से अपने क्षेत्र में मतदाता जागरूकता एवं नये मतदाताओं के पंजीकरण के लिए चलाए जा रहे कार्यों के बारे में बताया । उन्होंने अपने क्षेत्र में आने वाली कुछ व्यवहारिक समस्याओं को भी रखा।समीक्षा बैठक में 41- झरिया से एडीएम लॉ एंड आर्डर धनबाद के.के. गुप्ता, 40- धनबाद से एसडीओ धनबाद प्रेम कुमार तिवारी , 64- हटिया से एडीएम लॉ एंड आर्डर रांची राजेश्वर नाथ आलोक, 79-हुसैनाबाद से एसडीओ हुसैनाबाद कमलेश्वर नारायण, 43- बाघमारा से निदेशक डीआरडीए धनबाद मुमताज़ अली अहमद, 27-चतरा से एसडीओ चतरा मुमताज़ अंसारी, 77 बिश्रामपुर से एसी पलामू सुरजीत कुमार सिंह, 35-बेरमों से एसडीओ बेरमो शैलेश कुमार, 21-बरही से एसडीओ बरही पूनम कुजूर, 76- डाल्टेनगंज से एसडीओ सदर मेदनीनगर राजेश कुमार साह, 73- मानिका से एसडीओ महुआडाँड़ नीत निखिल सुरीन, 55- मनोहरपुर से डीएलएओ वेस्ट सिंहभूम लिली अनोला लकड़ा, 24-मांडू से एसी हज़ारीबाग राकेश रौशन ने अपने क्षेत्र की कार्य योजना को पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से प्रस्तुत किया। सभी के प्रस्तुतीकरण के दौरान मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने उन्हें आवश्यक सुझाव और निर्देश दिए।इस अवसर पर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय के अवर सचिव देव दास दत्ता, उप निर्वाचन पदाधिकारी (मुख्यालय) संजय कुमार एवं निर्वाचन कार्यालय के अन्य संबंधित पदाधिकारीगण उपस्थित रहे।