रांची :झारखंड के झामुमो महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा है कि आपदा में अवसर की तलाश करने वाला भाजपा ने यहां भी कमाई का अवसर खोज निकाला, अब सिक्के से लेकर सारे नोट से इंडिया शब्द को मिटाया जायेगा, वापस लिया जायेगा और उसके बदले में नया नोट और नये सिक्के जारी किये जायेंगे, क्योंकि सारे नोटों पर इंडिया लिखा हुआ है, संविधान के हर उस पन्ने को बदला जायेगा, जहां इंडिया का जिक्र है.इतना बड़ा कलाकारी लुट सुजोजित साजिश अरबो करोड़ों रुपया नाम बदलने में खर्च होगा .
गौरतलब है की यह बदलाव और बेचैनी यह बताने के लिए पर्याप्त है कि इंडिया का दहशत उनके दिलों में किस कदर बैठ चुका है. यही कारण है कि अब रात दिन सिर्फ इंडिया को मिटाने के सपने देखे जाते हैं. लेकिन इनकी यह नफरत सिर्फ इंडिया शब्द से नहीं है, इन्हे तो इस देश के दलित, अल्पसंख्यक और पिछड़ों से भी नफरत है, और ये जर्मनी की तरह उनका जेनोसाइड भी करवा सकते हैं. प्रधानमंत्री मोदी ने इंडिया शब्द के साथ दर्जनों प्रोग्राम की घोषणा की है. मेक इन इंडिया, स्टार्टअप इंडिया, खेलो इंडिया, लिखो इंडिया, पढ़ो इंडिया जैसे दर्जनों शब्दावलियों का प्रयोग बड़े ही जोरदार अंदाज में किया जाता था और इन शब्दावलियों को बदलते भारत की निशानी मानी जाती थी, लेकिन जैसे ही विपक्षी दलों ने अपने गठबंधन का नाम इंडिया रख लिया, भाजपा इंडिया के साथ अब अपने को असहज पाने लगी, और आज हालत यह हो गयी कि शायनिंग इंडिया की बात करने वालों को आज इंडिया शब्द से नफरत हैं.