लातेहार : कोयला व्यवसायी, लातेहार जिला परिषद के पूर्व उपाध्यक्ष एवं बीजेपी नेता राजेंद्र प्रसाद साहू हत्याकांड केस में लातेहार पुलिस की जाँच से नए तथ्य सामने आये है. इनकी हत्या टीएसपीसी उग्रवादी संगठन के द्वारा पैसों की लेन देन की वजह से की गई है. हत्याकांड को अंजाम गंझू के इशारे में दो अज्ञात अपराधियों द्वारा किया जा रहा था. इसकी भनक राजेन्द्र प्रसाद साहू को लग गई थी तथा उन्होंने स्थानीय लड़कों के साथ मिल कर उन दो लोगों का पीछा किया जहाँ उन लोगों के बीच झड़प हो गई. इसी दौरान अपराधियों ने उन पर चार गोलियां चला दी जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गये. जख्मी राजेंद्र साहू को रांची के मेडिका अस्पताल में भर्ती करवाया गया, जहाँ इलाज के दौरान उनकी मृत्यु हो गई. इस मामले में पुलिस ने 2 शूटर समेत चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है.
गिरफ्तार आरोपियों में :
जितेन्द्र विश्वकर्मा, पिता बसंत विश्वकर्मा, शिवपूजन सिंह उर्फ़ मोटका, पिता सुदामा सिंह, गनियार खुर्द, अश्विनी कुमार सिंह उर्फ़ बुच्चन, श्रीराज कुमार सिंह, कुलदीप गंझू, मंगर गंझू को गिरफ्तार चारों लोग टीएसपीसी उग्रवादी संगठन के स्लीपर सेल के रूप में कार्य करते थे.
क्या क्या सामान बरामद हुए:
4 पिस्टल, 30 जिंदा गोली, 4 मैग्जीन, 4 मोबाइल फ़ोन, 1 अपाची मोटर साइकिल, 1 राउटर, 2 टी-शर्ट, 1 ट्राउजर और 1 गमछा बरामद किया.
बॉडीगार्ड निलंबित :
राजेन्द्र साहू हत्या के मामले में उनके बॉडीगार्ड को निलंबित कर दिया गया है क्योंकि एसीपी ने कहा बॉडीगार्ड के साथ रहने पर यह घटना नहीं घटती.
छापेमारी दल में शामिल पुलिस अधिकारी :
अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी अजीत कुमार, रंजन कुमार, प्रशांत प्रसाद ,शुभम कुमार, राणा भानु प्रताप सिंह ,श्रीनिवास सिंह नीतीश कुमार, कुबेर कुमार, धीरज कुमार कैलाश बाड़ा, धर्मेंद्र कुमार महतो तथा राजकुमार तिग्गा सहित सस्त्र बल के जवान शामिल थे.