झारखण्ड : कोल श्रमिकों ने अपने अधिकारों की रक्षा के लिए 5 श्रमिक संगठनों ने रांची के सीसीएल दरभंगा हाउस में बैठक कर, 3 दिवसीय हड़ताल करने का निर्णय लिया है. जिससे कोयला उत्पादन ठप रहने के कारण प्रभावित होगा. कोल इंडिया ऑफिसर्स एसोसिएशन के वजह से कोयला उद्योग में श्रमिकों और अधिकारियों का रिश्ता ठीक नहीं हो रहा है.
हड़ताल का कारण :
संगठनों द्वारा लिए गए फैसले का मुख्य वजह 11वें वेतन समझौते के खिलाफ की गई कार्यवाही के विरोध में हड़ताल का निर्णय लिया गया था. उनका विरोध प्रदर्शन हो रहे असमानता के विरुद्ध में है. अगर कोल इंडिया प्रबंधन ने अधिकारियों के वेतन, सुविधाओं एवं भत्तों में किसी प्रकार की वृद्धि होगी तो श्रमिकों के वेतन में भी वृद्धि करनी होगी. इस फैसला लेते हुए विरोध स्वरुप 3 दिन की हड़ताल का फैसला लिया गया है. सभी फेडरेशन ने कोयला मजदूरों का आह्वाहन किया कि हड़ताल को सफल बनाने में साथ देकर इससे सफल बनाए तथा अपनी मांगों को मजबूती से आगे रख सके.
कौन कौन थे बैठक में शामिल :
बैठक में भारतीय मजदूर संघ (बीएमएस) के प्रभारी लक्ष्मा रेड्डी, बीएमएस के एबीकेएमएस के उपाध्यक्ष मजरुल हक अंसारी, इंटक के वरीय उपाध्यक्ष फेडरेशन एके झा, एचकेएमएफएफ के अध्यक्ष नाथूलाल पांडेय, एचएमएस के आरबी राघवन, आईएमडब्ल्यूएफ (एटक) के रमेंद्र कुमार, आईएमडब्ल्यू (एटक) के उपाध्यक्ष अशोक यादव, एआईसीडब्ल्यूएफ (सिटू) के महामंत्री डीडी रामानंदन और एआईसीडब्ल्यूएफ (सिटू) के उपाध्यक्ष आरपी सिंह सहित कई नेता शामिल थे।