झारखंड : जस्टिस कैलाश प्रसाद देव के आकस्मिक निधन से सिविल कोर्ट तथा हाई कोर्ट में कोई काम नहीं हुआ। जानकारी के अनुसार जस्टिस कैलाश प्रसाद देव काफी लंबे समय से बीमार चल रहे थे तथा उनका इलाज रांची के मेडिकल हॉस्पिटल में हो रहा था इलाज के दौरान उनकी निधन हो गया। सबसे पहले उन्होंने काउंसिल के सदस्य के रूप में अपना योगदान दिया जिसके बाद 2018 में उन्होंने हाईकोर्ट न्यायाधीश के रूप में कार्य किया। दिवंगत न्यायमूर्ति को उनके आवास स्थान डोरंडा नेपाल हाउस में रखा गया जहां सभी उनके अंतिम दर्शन कर सके इसके बाद उन्हें झारखंड उच्च न्यायालय के परिसर में लाया गया। जिसके बाद अंतिम दर्शन के बाद उन्हें मुक्तिधाम अंतिम संस्कार के लिए ले जाया गया।
अधिवक्ता धीरज कुमार :
न्यायमूर्ति के आकस्मिक मृत्यु के बाद अधिवक्ता धीरज कुमार ने गहरा शोक जताया। उनका व्यक्तित्व अभिव्यक्तियों को प्रेरित करने, उनके प्रति प्रेम, स्नेह तथा सीखने की जिज्ञासा , जिन्होंने उनसे जो कुछ भी सीखा है उनके लिए न्यायधीश उनके प्रेरणा स्रोत थे। जिन्होंने उन्हें हमेशा कुछ न कुछ सिखाया है।