रांची :झारखंड के राज्यपाल-सह-झारखण्ड राज्य के विश्वविद्यालयों के कुलाधिपति श्री संतोष कुमार गंगवार ने आज झारखंड राज्य खुला विश्वविद्यालय के स्थापना दिवस के अवसर पर बिरसा कृषि विश्वविद्यालय, राँची में आयोजित समारोह में कहा कि यह विश्वविद्यालय केवल एक शैक्षणिक संस्थान नहीं, बल्कि उन लाखों विद्यार्थियों के लिए आशा का केंद्र है, जो शिक्षा के माध्यम से अपने सपनों को साकार करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि इस विश्वविद्यालय की स्थापना झारखंड राज्य खुला विश्वविद्यालय अधिनियम, 2021 के तहत व्यापक उद्देश्यों के साथ की गई। राज्यपाल ने कहा कि यह विश्वविद्यालय ग्रामीण और जनजातीय क्षेत्रों में रहने वाले व्यक्तियों, कामकाजी वर्ग, गृहणियों और शिक्षा से वंचित अन्य लोगों को शिक्षा के माध्यम से सशक्त बनाने का प्रयास है। उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित करना हमारा दायित्व है कि हमारे विद्यार्थी न केवल शिक्षा प्राप्त करें, बल्कि कार्यक्षेत्र में भी अपनी विशिष्ट पहचान बना सकें। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के “आत्मनिर्भर भारत” और “विकसित भारत@2047” के विजन को साकार करने में विश्वविद्यालय की अहम भूमिका है। सभी छात्रों और शिक्षकों से समाज और राष्ट्र के विकास में सक्रिय योगदान देने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय रोजगारोन्मुखी पाठ्यक्रमों को और अधिक सशक्त बनाए और आधुनिक तकनीकी उपकरणों का उपयोग कर शिक्षा को सभी के लिए सुलभ बनाए। यह विश्वविद्यालय कड़ी मेहनत और समर्पण से अन्य राज्य के लोगों के लिए भी आकर्षण का केंद्र बनेगा। राज्यपाल ने सभी छात्रों, शिक्षकों, कर्मियों को शुभकामनाएँ दीं और झारखंड के कोने-कोने में शिक्षा के प्रकाश को फैलाने का संकल्प लेने का आह्वान किया।