सिक्किम : सिक्किम में 3 अक्टूबर को आए बाढ़ के कारण लोगों का जीवन अस्त व्यस्त हो गया है। अब तक 56 लोगों की मौत हो चुकी है 1200 घर आपदा के चपेट में आ गए हैं। बाढ़ के कारण 25000 लोग प्रभावित हुए हैं। 2413 लोगों को बचाया जा चुका है जबकि 7000 लोग अभी अलग-अलग इलाके में फंसे हुए हैं। रेस्क्यू ऑपरेशन अब भी जारी है। इसके साथ ही 22 सुरक्षा कैंप में लगभग 6875 लोग रह रहे हैं। राज्य में भुखमरी की स्थिति उत्पन्न हो गई है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सिक्किम राज्य को आपदा प्रतिक्रिया निधि के केंद्रीय हिस्से से 44.80 करोड़ रुपए की दो किश्तें जारी करने की स्वीकृति दे दी गई है।
शाको चू लेक : सिक्किम में एक और झील ध्वस्त होने की स्थिति में है। राजधानी गंगटोक से लगभग 135 किलोमीटर दूर अवस्थित लाचेन वैली की शाको चू लेक की भी स्थिति बिगड़ी हुई नजर आ रही है। राज्य में इमरजेंसी अलर्ट जारी कर दी गई है। लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा जा रहा है। 3 अक्टूबर को तीस्ता नदी में आई बाढ़ के कारण राज्य में संकट उत्पन्न कर दिया है। राज्य के चार जिलों में सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है जिसमें गंगटोक, मंगन, नामची तथा पाक्योंग शामिल है।
15 जवान लापता : बाढ़ में सिक्किम वासियों के जीवन में तबाही मचा रखी है। रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान कई जवान लापता हो गए हैं। सिक्किम के सीएम पीएस तमांग ने जानकारी देते हुए बताया कि बुरदांग इलाके से लापता हुए 23 जवानों में से 7 सेना के जवानों का शव नदी के निचले हिस्से से मिला है। लापता जवानों में से एक को बचा लिया गया है जबकि 15 जवान अभी लापता है। इसके साथ ही 143 लोगों की भी अब तक कोई खबर नहीं मिली है।