हजारीबाग : हजारीबाग जिला स्थित नार्को को ऑर्डिनेशन सेंटर में जिला स्तरीय कमिटी की बैठक उपायुक्त नैंसी सहाय की अध्यक्षता में समाहरणालय सभागार में सम्पन्न हुई। बैठक में मादक पदार्थों की तस्करी एवं खेती की रोकथाम तथा विभिन्न स्तर पर समन्वय एवं सहयोग स्थापित करने के लिए विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की गई।
चार स्तरीय नार्कों कॉर्डिनेशन सेंटर:
उपायुक्त ने जिले में मादक पदार्थों की तस्करी एवं खेती की रोकथाम के उद्देश्य से चार स्तरीय नार्कों कॉर्डिनेशन सेंटर द्वारा गठित टीम पूरी मुस्तैदी एवं समन्वय के साथ काम करने का निर्देश दिया। उन्होंने समय पर सूचनाओं का आदान-प्रदान करने तथा त्वरित कार्रवाईयां करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि नशे की लत सभी के लिए घातक है इससे परिवार को कई कठिनाइयों से गुजरना होगा है। साथ ही कार्यक्रम का हिस्सा बने पुलिस अधीक्षक मनोज रतन जिन्होंने मादक पदार्थाें की खेती एवं सेवन बहुत ही संवेदनशील एवं गंभीर विषय है तथा प्राथमिक स्तर पर ही इसके रोकथाम हेतु मेडिकल स्टोरों में नियमित निरीक्षण करने का निर्देश दिया। उन्होंने डॉक्टर के प्रिस्क्रिप्शन के बिना इस प्रकार के दवाओं की बिक्री न करने हेतु निर्देश दिया है।
बैठक में कौन कौन हुए उपस्थित :
बैठक में उपायुक्त, एसपी सहित आईपीएस आरिफ, वन प्रमण्डल पदाधिकारी, अनुमण्डल पदाधिकारी सदर/बरही, सीविल सर्जन सहित कमिटी के अन्य सदस्य एवं अधिकारीगण शामिल हुए, उन्होंने कहा संलिप्त गिरोहों पर कार्रवाई करना आवश्यक है। ताकि इसके दुष्प्रभाव को खत्म किया जा सके और इससे बच सके। इसके साथ ही तंत्र को मजबूत करने के साथ साथ तस्करी पर लगाम लगाना जरूरी है। जिला के चिन्हित प्रखंड ख़ासकर चौपारण के सुदूरवर्ती इलाकों जहां मादक पदार्थों की खेती होती है सुदूरवर्ती होने के साथ-साथ बिहार की सीमा से लगा भी हुआ है । वहां विशेष अभियान चलाकर कार्रवाई की जा सकती है ।
जागरूकता अभियान:
मादक पदार्थों के सेवन से होने वाले दुष्प्रभाव एवं अधिनियम की धाराओं संबन्धित दुष्प्रभाव एवं अधिनियम की धाराओं संबंधी जागरूकता हेतु स्कूल कॉलेजों में कार्यक्रम करने, सोशल मीडिया, बैनर एवं परंपरागत मीडिया के माध्यम से जागरूकता फैलाने का निर्देश दिया है। समाज कल्याण विभाग के माध्यम से एनजीओ द्वारा संचालित केन्द्र में उपलब्ध सुविधाओं, संचालन आदि को चाक चौबंद रखने, मॉनिटरिंग एवं निगरानी का निर्देश जिला समाज कल्याण पदाधिकारी को दिया। मौके पर उपायुक्त ने जिला औषधी निरीक्षक को प्रतिबंधित दवाओं के विक्रय पर प्रभावी रोकथाम हेतु मेडिकल स्टोरों में नियमित निरीक्षण करने का निर्देश दिया। उन्होंने डॉक्टर के प्रिस्क्रिप्शन के बैगर इस प्रकार के दवाओं की बिक्री नहीं करने हेyतु निर्देशित किया।