झारखंड : झारखंड सरकार का नया लक्ष्य 80 सरकारी स्कूलों में प्राइवेट एजुकेशन देने की तैयारी शुरू हो चुकी है। यहां प्राइवेट स्कूलों की तरह सारी सुविधाएं होंगी अच्छे क्लासरूम, बाथरूम इत्यादि सभी सूवधाएं, साथी बच्चों की प्रतिभा ,पर्सनैलिटी डेवलपमेंट और क्रिएटिविटी में सुधार करने की तैयारी की जा रही है जिससे कि वह आने वाली चुनौतियों का सामना कर सके। यहां 6 से 12 कक्षा के विद्यार्थी जो स्लम में रहते हो या मजदूर के बच्चे तथा ऑटो चलाने वाले वालों के बच्चे तथा गरीब व आदिवासी परिवार के बच्चों को बेहतर शिक्षा के लिए, ऐसे परिवार जो प्राइवेट स्कूलों के खर्च उठाने में असक्षम है उन बच्चों को अब सरकारी स्कूलों में ही प्राइवेट स्कूलों की तरह सारी सुविधाएं मिलेंगी।
स्कूल ऑफ़ एक्सीलेंस की इंग्लिश टीचर ज्योति मंडल ने बताया कि बच्चों में 6 महीने के अंदर काफी परिवर्तन आया है। उनमें आत्मविश्वास बड़ा है स्किल डेवलपमेंट हुआ है जो साफ दिखाई दे रही है। नोटिस बोर्ड से उनका हुनर साफ झलक रहा है इसके साथ ही कुछ बच्चों ने चंद्रयान 3 पर भी लिखा है। झारखंड के सचिव रवि कुमार ने बताया स्कूल ऑफ़ एक्सीलेंस के एग्जाम सीबीएसई बोर्ड द्वारा लिया जाएगा इसके साथ ही गांव में भी स्कूल आफ एक्सीलेंस वहां स्टेट बोर्ड सारे एग्जाम्स लेंगे।