हजारीबाग: झारखंड के राज्यपाल-सह-झारखण्ड राज्य के विश्वविद्यालयों के कुलाधिपति सी.पी. राधाकृष्णन ने विनोबा भावे विश्वविद्यालय हजारीबाग के 32वां स्थापना दिवस के अवसर पर संबोधित करते हुए कहा कि आज का युग प्रतियोगिता आधारित युग है। हमारे विद्यार्थियों को इस प्रतियोगात्मक युग में विभिन्न चुनौतियों का कुशलतापूर्वक सामना करना होगा। उन्हें अपने कार्यों से न केवल देश में, बल्कि वैश्विक पटल पर विशिष्ट पहचान स्थापित करनी होगी। उन्होंने विद्यार्थियों को अनुशासित जीवन जीने और लक्ष्य को प्राप्त करने हेतु प्रतिबद्ध रहने का संदेश दिया।
राज्यपाल ने कहा कि हमारे विद्यार्थी अपने समय का सदुपयोग करें। वे समय-सारणी बनाकर उसके अनुरूप कार्य करें, पढ़ाई पर ध्यान केन्द्रित करें। एक समय में एक ही काम करें। उन्होंने कहा कि आप सभी सामाजिक दायित्वों के निर्वहन हेतु सचेष्ट रहें। शिक्षा कक्षा की चारदीवारी तक ही सीमित नहीं रहनी चाहिए, इसका लाभ समाज को होना चाहिए। विभिन्न पहलों के माध्यम से समाज के लोगों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाना चाहिए। उन्होंने सम्पूर्ण विनोबा भावे विश्वविद्यालय, हजारीबाग परिवार को बधाई देते हुए कहा कि आशा है कि यह ज्ञान के अहम केंद्र के रुप में विकसित होगा। हमारे वैज्ञानिकों के अथक प्रयास से चंद्रयान-3 का दक्षिणी ध्रुव पर सफलतापूर्वक लैंडिंग हुआ, जो विश्व के किसी भी अन्य देश द्वारा नहीं किया गया। यह हमारी अभूतपूर्व उपलब्धि है। उन्होंने कहा कि आज माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी का जन्मदिन है। हमारे प्रधानमंत्री कोई वैज्ञानिक या चिकित्सक नहीं हैं। उन्होंने सदैव वैज्ञानिकों को प्रोत्साहित किया है। कोरोना महामारी काल में अल्प समय में हमारे देश के वैज्ञानिकों ने टीका विकसित कर न केवल देश में वृहत पैमाने पर टीकाकरण किया गया, बल्कि मानवता के हित में अन्य देशों को निःशुल्क टीका निर्यात किया गया। इस पहल की पूरे विश्व ने सराहना की। उन्होंने कहा कि माननीय प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में आज हमारा देश विश्व की 5 वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है और तीसरी अर्थव्यवस्था बनने की दिशा में अग्रसर है।