झारखंड : रांची के चुटिया थाना क्षेत्र के अनंतपुर स्थित निवासी बैंक ऑफ़ इंडिया रामगढ़ कैंट शाखा में कार्यरत पीओ सुप्रियो मजूमदार ने अपने आवास पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस की प्रताड़ना से परेशान होकर आत्महत्या की, सुसाइड नोट पर उन्होंने रामगढ़ पुलिस तत्कालीन सीनियर मैनेजर डीके सिंह, चीफ मैनेजर और ब्रांच हेड प्रफुल्ल कुमार बेहरा को अपनी मौत का जिम्मेदार ठहराया। घटना की सूचना मिलते ही छुट्टियां पुलिस आवास पर पहुंची तथा शव को पोस्टमार्टम के लिए रिम्स भेजा।
पांच पाने का सुसाइड नोट छोड़ा:
सुसाइड नोट पर सुप्रियो मजूमदार ने 2018 में रामगढ़ में टैंकर लोन देने में बैंक के अधिकारियों द्वारा धोखाधड़ी की बात कही उस धोखाधड़ी से संबंधित कई सबूत उसने भी जुटाए थे। सीबीआई जांच हुई जिसमें मुझसे भी पूछताछ हुई थी और सीबीआई ने क्लीन चिट दे दी इसके बाद मैं सीबीआई का गवाह बन गया। उसके बाद भी रामगढ़ पुलिस तत्कालीन सीनियर मैनेजर बीके सिंह के मैनेजर वर ब्रांच हेड प्रफुल्ल कुमार बेहरा ने मिलकर दूसरी प्राथमिक की दर्ज कर जांच शुरू कर दी। सीबीआई जांच होने के बाद भी पुलिस जांच के नाम पर मुझे तंग कर रही थी। अपनी सच्चाई बताने रामगढ़ के कई बड़े अधिकारियों के पास गया लेकिन किसी ने बात नहीं सुनी। रामगढ़ पुलिस की प्रताड़ना से परेशान होकर आत्महत्या करनी पड़ी। घर में पिता जो बैंक ऑफ इंडिया से ही रिटायर्ड एक बहन तथा पत्नियां जिससे कुछ साल पहले ही शादी हुई थी l
सुप्रिया मजूमदार को जांच के क्रम में अपना पक्ष रखने को लेकर नोटिस दी गई थी इसके अलावा प्रताड़ित किए जाने जैसी कोई बात नहीं ,रोहित कुमार थाना प्रभारी रामगढ़।