रांची(Ranchi): झारखंड विधानसभा के मानसून सत्र शुरुवात हो गई है।ऐसे में सत्र के पहले दिन सदन के बाहर भाजपा विधायकों ने तख्ती लेकर विरोध प्रदर्शन किया। विरोधी पार्टियों ने सुभाष मुंडा की हत्या को लेकर हेमंत सरकार पर निशाना साधा और सदन के बाहर जमकर हंगामा किया। भारतीय जनता पार्टी के विधायकों ने मांग की है कि हेमंत सरकार को इस्तीफा देकर जनता से माफी मांगनी चाहिए।भारतीय जनता पार्टी के विधायक और प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने कहा, एक तरफ सरकार एक एसपी को प्रमोशन इसलिए नहीं देती कि ट्रेनिंग पूरी नहीं है, दूसरी तरफ कई अधिकारियों को आईपीएस बनाया जाता है लेकिन उनकी ट्रेनिंग नहीं होती। पुलिस का हेमंत सरकार कैसे इस्तेमाल कर रही है आप समझ सकते हैं। हेमंत सरकार के तीन साल हो गये ना स्थानीय नीति बना पा रही है ना नियोजन नीति बना रही है। हमने सरकार से कहा कि यह आपके अधिकार क्षेत्र में है नीति बनाइये हम आपके साथ हैं। इन्हें तो राजनीति करनी है। झारखंड के बच्चों की तकलीफ से मतलब नहीं है। झारखंड के बच्चों को थर्ड और चौथे ग्रेड में सीधी बहाली होनी चाहिए।
सदन के बाहर बैनर और पोस्टर लेकर भाजपा के विधायक विरोध कर रहे थे, विधायक बिरंची नारायण ने कहा कानून व्यवस्था ध्वस्त हो चुकी है। राज्य में आदिवासी मुख्यमंत्री और आदिवासी मारे जा रहे हैं, दो दिन पहले सुभाष मुंडा की हत्या कर दी गयी. एक दिन पहले अजय मुंडा, जो आजसू के नेता हैं, उन पर गोली चली। हेमंत सोरेन मुंडा जनजाति को खत्म करना चाहते हैं।नीरा यादव ने गिरिडीह के सरिया में महिला को निर्वस्त्र कर उसे रात भर पेड़ से बांधकर रखने का मामला उठाते हुए कहा कि राज्य में लोग सुरक्षित नहीं है. ना ही दलित ना आदिवासी। सरकार जब चाहेगी अपराध पर नियंत्रण हासिल कर सकती है। यह तो साफ है कि हेमंत सरकार के आने से अपराधियों का मनोबल बढ़ गया है। अपराधी बेलगाम हो गये हैं और घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं।
वही विधायक अमर बाउरी ने कहा हमने जनता से वादा किया है, हम उनके लिए लड़ रहे हैं। राज्य में कोई भी सुरक्षित नहीं है। किसी के सुरक्षा की कोई गारंटी नहीं है। हमें भी डर लगने लगा है, जिस तरह से सुभाष मुंडा की हत्या की गयी है, सरिया की एक महिला को निर्वस्त्र कर पीटा गया और उसे रात भर पेड़ से बांधकर रखा गया. पाकुड़ में जिस तरह आदिवासियों से दुष्कर्म की घटनाएं हो रही हैं यह चिंता हो रही है। धनबाद में आतंक है एक व्यक्ति बाहर बैठा जो दहशत फैला रहा है।