रांची (Ranchi): प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम ने बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा में पॉवर ब्रोकर प्रेम प्रकाश से लंबी पूछताछ की। ईडी की टीम सुबह करीब साढ़े 11 बजे जेल में पहुंची थी। वहां शाम साढ़े चार बजे तक प्रेम प्रकाश से पूछताछ हुई। उससे जमीन घोटाले में शामिल सिंडिकेट के संबंध में सवाल पूछे गए।
हालांकि, ईडी की पूछताछ में प्रेम प्रकाश ने सिंडिकेट से खुद को अलग रखा और ईडी को कोई जानकारी नहीं दी। प्रेम प्रकाश से ईडी ने रांची के पूर्व उपायुक्त छवि रंजन से उसके संबंधों पर कई सवाल किए। प्रेम प्रकाश ने जमीन घोटाले में अपनी संलिप्तता से साफ इंकार किया।छवि रंजन को एक जमीन को प्रतिबंध मुक्त करने के एवज में एक करोड़ रुपए के भुगतान से भी प्रेम प्रकाश ने इंकार किया है। हालांकि, ईडी आश्वस्त है कि उसके इंकार से भी अनुसंधान पर कोई असर नहीं पड़ेगा। ईडी के पास प्रेम प्रकाश के विरुद्ध पर्याप्त सबूत हैं। प्रेम प्रकाश से जमीन घोटाला मामले में शुक्रवार को भी पूछताछ होगी। ईडी को कोर्ट से दो दिनों तक पूछताछ की अनुमति मिली है।
एनआईए के गवाह सुधांशु रंजन उर्फ छोटू सिंह को धमकी मिल रही है। वे टेटर फंडिंग केस में पहले आरोपी थे, लेकिन अप्रूवर बनने के बाद एनआईए के गवाह बन गए हैं। इस केस में सुधांशु की गवाही आरोपियों के विरुद्ध अहम कड़ी साबित हो सकती है, इसलिए उन्हें धमकी दी जा रही है कि वे गवाही नहीं दे। उन्हें अज्ञात नंबरों से धमकी भरे कॉल आ रहे है कि वे टेरर फंडिंग केस, जिसका कांड संख्या आर सी 6/2018 है, में कोर्ट में गवाही न दें। अगर उन्होंने गवाही दी तो उन्हें और उनके परिवार के सदस्यों को जान से मार दिया जाएगा। उन्हें वाट्सएप कॉल और मैसेज कर यह भी धमकी दी गई है कि अगर केस से जुड़ी कोई भी सूचना पुलिस या एनआईए को दी, तो गंभीर परिणाम भुगतना पड़ेगा।