नई दिल्ली / रांची : झारखंड के राज्यसभा सांसद महुआ माजी झारखंड के एचईसी धरोहर को बचाने के लिए राज्यसभा में सभापति के सामने आवाज को बुलंद की राज्यसभा सांसद महुआ माजी सवाल खड़ा करते हुए केंद्र सरकार को आईना दिखाने का काम किया .
उन्होंने कहा कि इसरो को देश के गौरव तमाम साइंटिस्ट को दिल से धन्यवाद देना चाहूंगी .पूरा दुनिया इस उपलब्धि के लिए आभारी है .हम सब को गौरवान्वित किया है ,इस बात का मुझे गर्व है मेरा जन्म ऐसे शहर में हुआ एचईसी हैवी इंजीनियरिंग कॉरपोरेशन जो इंडिया के स्पेस प्रोग्राम आगे बढ़ाया आप सभी जानते होंगे कि चंद्रयान -1,2,3 जो लॉन्चिंग पैड है बहुत सारे उपकरणएचईसी निर्मित किया गया था .एचईसी हेवी इंजीनियरिंग कॉरपोरेशन की स्थापना 1952 देश के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू ने किया था .एशिया का सबसे बड़ा इंडस्ट्री मदर इंडस्ट्री माना जाता है .मुझे यह कहते हुए बहुत दुःख हो रहा है लगातार कई बरसों से देख रही हूं 2014 से बेहतर स्थिति में थी . मंदी के दौर में एचईसी के लगभग ढाई हजार कर्मचारी आर्थिक तंगी का सामना कर रहे हैं उनको 18 महीनों से वेतन नहीं मिला है यह पूरे देश के लिए चिंता का विषय है.इस बार हैकवर्करों के घर चलाने के लिए एचईसी के कामगार सड़क पर ठेले खोमचे लगाने कोविवश हैं .नीति आयोग ने रिपोर्ट में 48 पब्लिक सर्विस पर प्राइवेट हाथों के बेचने का सरकार का मंशा है .एचईसी जमीन को लेकर सरकार स्मार्ट सिटी बनाया गया .एचईसी के पास वर्क आर्डर है लेकिन संस्था के पास उपकरण बनाने के लिए पूंजी की उपलब्धता नहीं है.बच्चों को पढ़ाई में समस्या आ रही है फीस जमा नहीं करा पाने के कारण बच्चों को विद्यालय से निष्कासित किया रहा है.एचईसी के कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर दिल्ली में जंतर मंतर पर धरना देंगे .लगातार केंद्र सरकार द्वारा भारतीय रेल,इंडियन एयरलाइंस, बंदरंगाह लगातार प्राइवेट के हाथों बेचा जा रहा है .एचईसी कर्मचारियों को डर सता रहा है इसे भी प्राइवेट के हाथों बेज दिया जाएगा .लगातार इस मुद्दे को लेकर राज्यसभा के माध्यम सेकेंद्र सरकार को ध्यान आकृष्ट कराई हूं लेकिन केंद्र सरकार ढुलमुल रवैया के कारण ध्यान नहीं दिया जा रहा है .