रांची:मणिपुर में आदिवासी महिलाओं के साथ हुई अमानवीय एवं शर्मनाक घटना भारतीय कांग्रेस कमिटी के सचिव सह विधायक दीपिका पांडे सिंह उन्होंने कहा कि भाजपा को नेत्री सीनियर लीडर यह वक्त चुप रहने का नहीं है चाहे वह कांग्रेस,जेएमएम,बीजेपी खास करके बाबूलाल जी ,अन्नपूर्णा जीआदिवासी मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा आखिर उन लोगों मणिपुर घटना लेकर क्या कहना इस राज्य से भाजपा के सांसद आदिवासी बहनों बोट लेकर सदन में आवाज को मुखर कर पाते हैं या नहीं नपुंसक आप जैसे सांसद मंत्री प्रधानमंत्री महाभारत घृतराष्ट तरह अंधे गूंगे और बहरे बैठे पड़े.
वहीं केंद्र सरकार से मांग केंद्र सरकार अपनी जिम्मेवारी पूरी करते हुए सदन में इसको लेकर बहस कराएं.केंद्र सरकार मणिपुर में अमन शांति कायम करें हमारे वहां आदिवासी भाई बहनों मणिपुर की जनता पूर्वोत्तर राज्यों सुरक्षित करें.कम से कम यह पहल केंद्र सरकार को करना चाहिए.हम यह मांग करते हैं कि मणिपुर सरकार से तत्काल इस्तीफा लेकर राष्ट्रपति शासन लगाए.देश के जो आज राष्ट्रपति हैं वह एक महिला हैं आदिवासी समाज से आती है.झारखंड में पूर्व में राज्यपाल रही हैं हमें पूरा भरोसा है कि जिस तरह सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टि स्वत संज्ञान लिया.आज भाजपा केंद्र सरकार में शासन बैठी है.वे अपना काम राजधर्म नहीं निभा रही है.महामहिम राष्ट्रपति महोदय स्वत संज्ञान लेकर अपनी संवैधानिक ताकतों से मणिपुर में शांति बहाल कराएंगी वहां की बहनों को न्याय दिलाएंगे.