झारखंड झारखंड स्थापना दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भगवान बिरसा के जन्म स्थल पर पहुंचकर उन्हें पुष्पांजलि अर्पित करेंगे। इसी बीच सरना धर्म कोड की मान्यता की मांग तेज हो गई है क्योंकि उन्हें उम्मीद है कि पीएम मोदी झारखंड आने के दौरान सरना कोड को मान्यता देंगे।
आदिवासी सेंगेल के पूर्व सांसद सालखन मुर्मू तथा सुमित्रा मुर्मू ने भगवान बिरसा की जयंती के अवसर पर विभिन्न जिलों के मुख्यालय पर सरना धर्मकोड और आदिवासी राष्ट्र बनाने की मांग के को लेकर अनशन कार्यक्रम का आगाज करेंगे। इसके साथ ही आदिवासी सेंगेल महिला मोर्चा की कूल्हान अध्यक्ष प्रेमशिला मुर्मू ने कहा यदि उनकी मांग को पूरा नहीं किया जाएगा तो वह जमशेदपुर साकची गोलचक्कर के पास बिरसा मुंडा की प्रतिमा के सामने आत्मदाह कर लेंगी।आदिवासी सेंगेल अभियान के चार कार्यकर्ताओं ने धमकी दी जिस कारण पुलिस ने उन चारों को गिरफ्तार कर लिया है। उन्होंने भी कहा यदि पीएम सरना कोड को मान्यता देने की घोषणा नहीं करेंगे तो वह भगवान बिरसा मुंडा के गांव उलिहातू में जाकर आत्मदाह कर लेंगे। गिरफ्तार लोगों में चंद्र मोहन मार्डी, पृथ्वी मुर्मू, विक्रम हेंब्रम और कान्हूराम टुडू है।
आदिवासी सेंगेल के प्रमुख पूर्व सांसद सालखन मुर्मू आत्मदाह को बलिदान साहस करार दिया। उन्होंने कहा भारत में लगभग 15 करोड़ आदिवासी समाज को धार्मिक आजादी नहीं देना संविधान कानून का गला घोटने की तरह ही है। उन्होंने भारत के प्रधानमंत्री से आस लगाई है कि वे प्रकृति पूजक आदिवासियों की भावनाओं का सम्मान करेंगे तथा भगवान बिरसा के जन्म स्थान उलिहातू से सरना धर्मकोड को मान्यता देने की घोषणा करेंगे। उनके द्वारा दो मांगे रखी गई है पहले सारण धर्मकोट को मान्यता देना तथा दूसरा आदिवासी राष्ट्र बनाने की घोषणा। इसके साथ ही या आंदोलन तब तक चलेगा जब तक उनकी मांगों को पूरा न कर दिया जाए। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि आने वाले दिनों में सेंगेल इसके लिए बड़े आंदोलन की घोषणा करेंगे।