धनबाद : झारखंड भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सह पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने कहा कि धनबाद सहित पूरे झारखंड में कानून व्यवस्था चौपट हो चुकी है। भ्रष्टाचार चरम पर है। राज्य सरकार को इसकी कोई चिंता नहीं है। झारखंड में बेहिसाब अपराध बढ़ा है। धनबाद में एसपी हैं। सबका प्रमोशन हो गया परंतु वसूली करने के लिए इनका प्रमोशन नहीं हुआ। हेमंत सोरेन ने धनबाद जिले के एसपी को अपना वसूली एजेंट बना रखा है l यहां के एसपी अपराधियों के साथ मिलकर रंगदारी वसूल रहे हैं। जनता से लूटे गए इन्हीं पैसों से हेमंत अपने कोर्ट-कचहरी का खर्चा निकाल रहे हैं।
हेमंत सोरेन ने धनबाद जिले के एसपी को अपना वसूली एजेंट बना रखा है l यहां के एसपी अपराधियों के साथ मिलकर रंगदारी वसूल रहे हैं l जनता से लूटे गए इन्हीं पैसों से हेमंत अपने कोर्ट-कचहरी का खर्चा निकाल रहे हैं l
आज निरसा विधानसभा की संकल्प यात्रा में शामिल हुए सभी जनमानस को विश्वास… pic.twitter.com/EILkwgRKb8
— Babulal Marandi (Modi Ka Parivar) (@yourBabulal) September 26, 2023
गौरतलब है की पलामू में पदस्थापन के दौरान इनके एक कारनामे से हमने पत्र लिखकर सरकार को अवगत कराया परंतु सरकार को कोई फर्क नहीं पड़ा। वैसे दागी अधिकारी को धनबाद जैसे जिला में सरकार पदस्थापित करके रखी है तो दाल में कुछ काला जरूर है। यह तो राज्य की स्थिति है, फिर कैसे कानून व्यवस्था ठीक होगी। मरांडी मंगलवार को संकल्प यात्रा के तहत निरसा विधानसभा में आयोजित जनसभा को संबोधित कर रहे थे। सरकार का काम होता है कानून व्यवस्था ठीक कराना लेकिन आज झारखंड में क्या हो रहा है किसी से छुपा नही है यहां प्रत्येक दिन चोरी, डकैती, लूट, अपहरण, हत्या यहाँ तक कि बहु बेटियों की इज्जत भी सुरक्षित नही है , आखिर यह स्थिति क्यों पैदा हुई।जब झारखंड में भाजपा की सरकार होती है तो अपराधी ख़ौफ़ खाते हैं झारखंड से भाग खड़े होते हैं लेकिन जब राज्य में हेमंत सोरेन के नेतृत्व में सरकार बनती है तो अपराधी बेख़ौफ़ होकर अपराध करते हैं आखिर पुलिस करती क्या है पुलिस का काम है चोरों को पकड़ना, अपराधियों को पकड़ना, उनको जेल में डालना उनको सजा दिलाना लेकिन हेमंत सोरेन ने पुलिस को वसूली में लगा रखा है. चाहे कोयला की वसूली हो, नदी से बालू की वसूली हो अगर आप हरा-हरा नोट देंगे तो आपको छोड़ेंगे नही तो आप कोर्ट से जमानत कराओ। घर बनाने के लिए बालू पर भी लोगों को आफत है। हमलोगों ने सरकार से कहा कि आप ऑक्शन कर दीजिए या झारखंड के अंदर इसे फ्री कर दीजिए और बॉर्डर पर चेकपोस्ट लगा दीजिए। ताकि कोई बंगाल, यूपी, बिहार राज्य में बालू ना ले जा सके। पार्टी सरकार के कानों पर जूं नहीं रेंगी। बॉर्डर पूरा खुला हुआ है। कोयला, बालू की तस्करी बेरोकटोक जारी है। वहीं दूसरी ओर कोई घर के लिए साइकिल से भी बालू ले जाता है तो परेशान किया जाता है। दो दिन पूर्व अखबार में एक रिपोर्ट छपी कि 6 महीनों में 23 कारोबारियों को हत्या की हुई है। इसमें 9 लोगों ने अपनी सुरक्षा को लेकर पुलिस से गुहार लगाई थी। अगर सुरक्षा सरकार उपलब्ध करा दी जाती तो शायद वे बच जाते। आखिर इनकी हत्या का जिम्मेवार कौन हैं? ऐसे सारे मामले की जांच सीबीआई से कराकर दोषी पर सजा मिले। हेमंत सोरेन की सरकार नहीं करा पाती है तो जब भी बीजेपी की सरकार आएगी तो हम इसकी जांच कराएंगे और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। धनबाद में एक बच्ची के साथ दुष्कर्म होता है, एफआईआर होता है, 164 में बयान होता है पर आरोपी गिरफ्त से बाहर है। आज सरकारी दफ्तरों में बिना पैसा कोई काम नहीं होता है। आय,आवासीय, जाति प्रमाण पत्र तो छोड़ दीजिए मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाने में भी पैसा लगता है। राशनकार्ड में नाम जोड़ने में 1000 से 5000 रुपए तक वसूले जा रहे हैं। पड़ताल करने पर पता चला कि वसूलीबाज करने वालों को मोबाइल रिचार्ज की तर्ज पर ऊपर तक हर माह पैसा भेजना पड़ता है। भ्रष्टाचार हर स्तर पर है। भ्रष्टाचार रोकना कठिन काम नहीं है। जिस दिन लोग ट्रांसफर पोस्टिंग में पैसे और विकास योजनाओं में कमीशन लेना बंद कर दें, दावा करता हूं कि भरष्टचार काफी हद तक खत्म हो जाएगा, अधिकारी को पैसे लेने की हिम्मत नहीं होगी।। दलाल बिचौलिए घूम रहे हैं, पैसे वसूल रहे हैं। मुख्यमंत्री तक पैसा पहुंच रहा है। आखिर भ्रष्टाचार कैसे रुकेगा ? जमीन, बालू, कोयला, लोहा की लूट मची है। लुटेरों, चोरों और भ्रष्ट अफसरों को सुरक्षा में एके 47 धारी सिपाही की सुरक्षा व्यवस्था मुहैया कराई जाती है लेकिन लगातार धमकी पाने वाले कारोबारियों को सुरक्षा देने में सरकार और पुलिस विफल रही है। कारोबारियों को एसएमएस और व्हाट्सएप पर धमकी दी जाती है, कारोबारी शहर को छोड़ने को विवश हैं परंतु सरकार को इनकी कोई चिंता नहीं है। भ्रष्टाचार मुक्त शासन और अपराध मुक्त झारखंड बनाना है, यही संकल्प लेकर जाना है।