Patna: बिहार की राजनीति में एक बार फिर से 2017 के माहौल की बातें चर्चा में हैं। लोगों के मन में यह सवाल उठ रहा है कि क्या नीतीश कुमार महागठबंधन में ठीक महसूस नहीं कर रहे हैं? यह चर्चाएं बिहार के सियासी मंडल में हो रही हैं और ऐसा लग रहा है कि राज्य में जल्द ही सत्ता परिवर्तन देखने को मिल सकता है। बिहार की राजनीतिक फिजा में टर्न लेने की संभावना दिख रही है।
नीतीश कुमार को लेकर इस बार कई चिंताएं हैं। उनके मन में फिर से उन्हें पलटने का प्लान करने की बात चल रही है। वे इस बार पलटी मारने के लिए उपयुक्त कारण ढूंढ़ रहे हैं। खास बात यह है कि इस कारण ने ही 2017 में उन्हें महागठबंधन से अलग करने की वजह बनाई थी। हालांकि, नीतीश कुमार ने पहले भी दो बार ऐसा कर दिया है। अब देखना होगा कि क्या उन्हें फिर से यह कार्यवाही करनी होगी।
तेजस्वी यादव के खिलाफ चार्जशीट दाखिल
तेजस्वी यादव पर सीबीआई द्वारा चार्जशीट दाखिल की गई है। इसके बाद हरिवंश नारायण सिंह, राज्यसभा के उपसभापति, नीतीश कुमार के आवास पर गए। वहां उनके बीच गुप्त बैठक हुई, जिसके बाद हरिवंश नारायण सीधे दिल्ली चले गए। इस घटना के बाद सियासी पारा चढ़ गया है। बिहार में 2017 के माहौल की याद दिलाते हुए कहा जा रहा है कि बहुत ही दिलचस्प चीजें होने वाली हैं।
नीतीश कुमार के मन में यू-टर्न
बिहार की राजनीति में यहां तक कि नीतीश कुमार के मन की बातें भी जानना मुश्किल नहीं है। उन्हें फिर से सुरक्षित एग्जिट करने का मन नहीं है। इसके पीछे कई कारण हैं, लेकिन सबसे अहम कारण 2017 का माहौल है। तेजस्वी यादव, उपमुख्यमंत्री, पर फिर से लैंड फॉर जॉब मामले में भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं। दिल्ली के राउज एवेन्यू कोर्ट में सीबीआई द्वारा चार्जशीट दाखिल की गई है। तेजस्वी यादव सहित लालू परिवार पर कई आरोप लगे हैं। सीबीआई की तरफ से चार्जशी
बिहार में बीजेपी और कुशवाहा ने तेजस्वी यादव से इस्तीफा मांगा है। उनका कहना है कि नीतीश कुमार की नैतिकता खत्म हो चुकी है और उन्हें तेजस्वी यादव से इस्तीफा देना चाहिए। इसके साथ ही बीजेपी भी तेजस्वी यादव पर चार्जशीट दाखिल होने के बाद नीतीश कुमार से व्याख्या मांग रही है।
याद दिलाएं कि 2017 में तेजस्वी यादव पर भी भ्रष्टाचार के आरोप लगे थे। तब नीतीश कुमार ने आरजेडी से अलग होने का फैसला किया था। उसके बाद नीतीश कुमार ने बीजेपी और सहयोगी दलों की मदद से सरकार बनाई थी और 27 जुलाई को वे बिहार के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने गए थे। लेकिन इस बार नीतीश के यू-टर्न की संभावना बढ़ रही है। देखना होगा कि नीतीश कुमार अपना अगला कदम क्या उठाते हैं।