पलामू : झारखंड के भाजपा प्रदेश अध्यक्ष एवम पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने आज अपनी 56 वीं संकल्प सभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर बड़ा हमला बोला। छत्तरपुर विधानसभा क्षेत्र की संकल्प सभा को संबोधित कर रहे थे। शिबू सोरेन के बेटा हैं,हम किसी से डरते नहीं। हेमंत है तो हिम्मत है,सब नारे निरर्थक साबित हुए। आज मुख्यमंत्री को लूट और भ्रष्टाचार पर पूछने केलिए ईडी बार बार बुला रही और हेमंत सोरेन भागे भागे फिर रहे।
उन्होंने कहा कि लाख भाग दौड़ कर लें लेकिन होटवार जेल का कमरा उनकी बेसब्री से इंतजार कर रहा। कई साथी सहयोगी पहले से वहां पहुंच चुके हैं। राज्य की बागडोर जनता ने उन्हें लूटने केलिए नही दिया था।लेकिन आज राज्य में कोयला,बालू,पत्थर,लोहा सबकी लूट मची है। हेमंत सोरेन और उनका परिवार स्वयं जमीन की लूट में शामिल है।नाम बदल, बदल कर लूटा है। आम आदमी को घर बनाने केलिए बालू नही मिल रहा लेकिन दलाल, लुटेरे बालू को मुंबई,कोलकाता ,दिल्ली भेज रहे।और पुलिस उनको सहयोग कर रही क्योंकि लूट का पैसा हेमंत सोरेन की तिजोरी में जा रहा है। आज गरीबों के अनाज भी मुख्यमंत्री लुटवा रहे और गरीब राज्य में भूख से मरने को विवश हैं। ब्लॉक अंचल,थाना सभी जगह भ्रष्टाचार है।बिना पैसे का कोई काम नही हो रहा। मृत्यु प्रमाण पत्र बनाने केलिए भी पैसे देने पड़ते हैं। पूछने पर ऑफिसर बताते हैं देकर आए हैं तो लेंगे ही।पद पोस्ट को मोबाइल की तरह रिचार्ज कराना पड़ता है। आज हेमंत सरकार में जनता भयभीत है और अपराधी बेलगाम हैं। रोज हत्या ,अपहरण,लूट,डकैती की घटनाएं हो रही। विगत छः महीने में राज्य में 23 व्यायारियों की हत्या हुई जिसमे 9व्यापारियों ने लिखित आवेदन देकर अपनी सुरक्षा की गुहार लगाई थी। मुख्यमंत्री एसआईटी गठित कर इसकी जांच कराएं,आखिर किसकी लापरवाही से हत्या हुई।दोषियों को कड़ी सजा दिलाएं नही तो भाजपा सरकार इसकी जांच जरूर कराएगी। दोषी छोड़े नही जायेंगे। राज्य में बहन बेटियां सुरक्षित नहीं रोज उत्पीड़न,बलात्कार की घटनाएं हो रही हैं। राज्य में विकास कार्य ठप्प है। सड़कों की मरम्मत भी यह सरकार नहीं करा पा रही। विद्यालयों में शिक्षक नहीं, अस्पताल में डॉक्टर्स नहीं,नर्स नहीं,दवाई नहीं,बिजली व्यवस्था ध्वस्त है।महीनो तक जले ट्रांसफार्मर नही बदले जा रहे। गरीबों को महीनो तक अनाज नहीं मिल रहे। कहा कि चार वर्ष बीतने वाले हैं लेकिन हेमंत सरकार का नियुक्ति वर्ष नही आया।बेरोजगारी भत्ता भी केवल जुमला साबित हुआ हेमंत सरकार काम केलिए नही बल्कि कमाने केलिए बनी है। परिवार और पैसे केलिए बनी है।