रांची : सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्रालय (एमएसएमई) मंत्रालय, भारत सरकार आर्यभट्ट सभागार, रांची विश्वविद्यालय, रांची (झारखंड) में “एमएसएमई कॉनक्लेव तथा पीएम विश्वकर्मा कार्यशाला”का आयोजन माननीय केंद्रीय मंत्री, एमएसएमई मंत्रालय, भारत सरकार जीतन राम मांझी जी की अध्यक्षता में किया गया .इस कॉनक्लेव का उद्देश्य भारत सरकार के एमएसएमई मंत्रालय की योजनाओं के बारे में जागरूकता बढ़ाने, उनकी वृद्धि और प्रतिस्पर्धात्मकता को उत्प्रेरित करने और नए भारत में विश्वकर्माओं का सम्मान करने का था । इस कॉनक्लेव मे विशिष्ट अतिथि के रूप मे सुश्री शोभा करांदलाजे, राज्य मंत्री, एमएसएमई मंत्रालय, भारत सरकार, और सत्यानंद भोक्ता, मंत्री, उद्योग विभाग, झारखण्ड सरकार, उपस्थित रहे। इस कॉन्क्लेव मे डॉ रजनीश, अपर सचिव एवं विकास आयुक्त, एमएसएमई मंत्रालय, भारत सरकार, श्री जितेन्द्र कुमार सिंह, सचिव, उद्योग विभाग, झारखण्ड सरकार, सुश्री मर्सी एपाओ संयुक्त सचिव, श्री आर . के. राय अतिरिक्त विकास आयुक्त, एमएसएमई मंत्रालय, भारत सरकार आदि उपस्थित रहे। सुश्री मर्सी एपाओ, संयुक्त सचिव, एमएसएमई मंत्रालय, भारत सरकार ने अपने स्वागत भाषण में कार्यक्रम के उद्देश्य एवं रूप-रेखा के बारे में विस्तार से बताया। जितेन्द्र कुमार सिंह, सचिव, उद्योग विभाग, झारखण्ड सरकारने झारखण्ड सरकार द्वारा एमएसएमई उद्यमियों के विकास हेतु चलाए जा रहे योजनाओं के बारे में विस्तार से बताया एवं इस कॉनक्लेव में भाग ले रहे प्रतिभागियों से भारत सरकार की योजनाओं की जानकारी लेने एवं उनका लाभ उठाने के लिए प्रेरित किया।डॉ रजनीश, अपर सचिव एवं विकास आयुक्त, एमएसएमई मंत्रालय, भारत सरकार ने एमएसएमई के बदलते परिदृश्य और एमएसएमई को बाजार, ऋण, प्रौद्योगिकी, हरित और एमएसएमई की स्थिरता जैसी चुनौतियों के निवारण के लिए सहायता प्रदान करने के लिए मंत्रालय की पहल के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बोकारो में टेक्नोलॉजी सेंटर की स्थापना, जेड 2.0 के लांच, आईडिया हैकथॉन 4.0 के लांच एवं उद्यम पोर्टल पर 5 करोड़ से ज्यादा एमएसएमई उद्यमियों के पंजीकरण की उपलब्धियां तथा पी.एम.विश्वकर्मा योजना की के बारे में बताया।सत्यानंद भोक्ता, माननीय मंत्री, उद्योग विभाग, झारखण्ड सरकार ने आयोजित एमएसएमई कॉनक्लेव की सराहना की साथ ही उन्होंने बताया कि एमएसएमई मंत्रालय द्वारा चलाए जा रहे पीएम विश्वकर्मा योजना से झारखण्ड के विश्वकर्माओं को अपना जीवन स्तर सुधारने एवं उद्यमी के रूप में स्थापित होने में काफी सहयोग प्राप्त होने की आशा व्यक्त की ।
विशिष्ट अतिथि सुश्री शोभा करांदलाजे, माननीया राज्य मंत्री, एमएसएमई मंत्रालय, भारत सरकार ने बताया कि एमएसएमई सेक्टर देश की जीडीपी के लगभग 30 प्रतिशत, विनिर्माण क्षेत्र में लगभग 45 प्रतिशत एवं निर्यात क्षेत्र में लगभग 40 प्रतिशत का योगदान करता है। अत: समाजिक- आर्थिक विकास में बड़ा योगदान करने के कारण इसे देश के रीढ़ की हड्डी कहना कोई अतिश्योक्ति नहीं होगी। उन्होंने भारत सरकार की पीएम विश्वकर्मा योजना, महिला क्वायर योजना, यशस्विनी योजना, रैम्प योजना, पीएमएस योजना, पीएमईजीपी योजना आदि के बारे में विस्तृत रूप से बताया। मुख्य अतिथि जीतन राम मांझी, केंद्रीय मंत्री, एमएसएमई मंत्रालय, भारत सरकार ने अपने सम्बोधन में बताया कि झारखण्ड में सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्यमों की पंजीकृत संख्या लगभग १० लाख हो गयी है जिसमे ३८ लाख लोगो को रोज़गार मिल रहा है| पूरे देश में 20 प्रौद्योगिकी केंद्रों की स्थापना की जा रही है जिसमें से एक का आज झारखण्ड राज्य के बोकारो जिले में स्थापना हेतु वर्चुअल मोड में शिलान्यास किया गया है, जिसकी अनुमानित लागत 200 करोड़ रूपये है। ये प्रौद्योगिकी केंद्र राज्य के एमएसएमई इकाईयों को तकनीकी सहायता प्रदान करेगा साथ ही युवाओं के कौशल विकास के लिए कार्य करेगा ताकि उनकी रोजगार क्षमता में वृद्धि हो सके। साथ ही पूरे देश में स्थापित हो रहे 100 विस्तार केंद्रों में से 2 विस्तार केंद्र की स्थापना झारखण्ड राज्य के आईएसएम, धनबाद एवं झारखण्ड तकनीकी विश्वविद्यालय, रांची में की जाने की स्वीकृति एमएसएमई मंत्रालय द्वारा दी गई है। ये विस्तार केंद्र एमएसएमई इकाईयों की आवश्यकतानुसार तकनीकी सहायता प्रदान करेंगे और कौशल विकास कार्यक्रम चलाएंगे। उन्होंने प्रसन्नता व्यक्त की, कि 5 वर्षों में 30 लाख विश्वकर्माओं को इस योजना से जोड़ने का लक्ष्य मिला था, जबकि मात्र एक वर्ष के कम समय में ही 2.45 करोड़ लोग इस योजना से जुड़ चुके हैंlजिसमें से 19.72 लाख लोगों को तीसरे स्तर के सत्यापन उपरांत पंजीकृत किया जा चुका है। यशस्विनी अभियान महिला उद्यमियों को सशक्त उद्यमी निर्माता बनाने के लिए समग्र समर्थन प्रदान करने की एक पहल है। सार्वजनिक खरीद में एससी/ एसटी एवं महिला उद्यमियों की भागीदारी बढ़ाने के उद्देश्य से सार्वजनिक खरीद नीति के अनुपालन पर भी सरकार जोर दे रही है। इस अवसर पर सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमी मंत्री जीतन राम मांझी ने वर्चुअल मोड में बोकारो में प्रौद्योगिकी केंद्र, जेड 2.0, आइडिया हैकथॉन 4.0 की आधारशिला रखी।दूसरे सत्र में सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय के विभिन्न अधिकारियों ने केवीआईसी की योजनाओं सहित मंत्रालय की विभिन्न योजनाओं के बारे में प्रस्तुति दी। साथ ही, कुछ विश्वकर्मा कारीगरों सहित एमएसएमई उद्योगों के कुछ सफल उद्यमियों ने अपने अनुभव और अंतर्दृष्टि साझा की। कार्यक्रम स्थल पर आम जनता के लिए पीएम विश्वकर्मा योजना के तहत विभिन्न ट्रेडों के आधुनिक टूलकिट का प्रदर्शन भी आयोजित किया गया