रांची :रांची, प्रोजेक्ट भवन में आज “अप्रूवल ऑफ SOP फॉर मेडिकल मैनेजमेंट एट ICU/ccu ऑफ झारखंड” विषय पर महत्वपूर्ण कार्यशाला आयोजित की गई। इस कार्यक्रम में स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव अजय कुमार सिंह, एनएचएम के निदेशक शशि प्रकाश झा, अपर सचिव विद्यानंद शर्मा पंकज, रिम्स के विशेषज्ञ डॉ. प्रदीप कुमार भट्टाचार्य व एस.के. चौधरी, सभी जिलों के सिविल सर्जन, विभागीय अधिकारी एवं प्राइवेट अस्पतालों के प्रतिनिधि शामिल हुए।
सुप्रीम कोर्ट निर्देश पर तैयार हुआ मॉडल SOP
कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन से हुई। अपने स्वागत भाषण में अपर सचिव विद्यानंद शर्मा पंकज ने बताया कि 6 नवंबर को आयोजित वर्कशॉप में डॉक्टरों और अस्पताल प्रतिनिधियों से मिले सुझावों के बाद इस मॉडल SOP का ड्राफ्ट तैयार किया गया है। फीडबैक मिलने के बाद इसे सुप्रीम कोर्ट में प्रस्तुत किया जाएगा।
रिम्स के विशेषज्ञ ने पेश किया विस्तृत प्रेजेंटेशन
रिम्स के विशेषज्ञ डॉ. प्रदीप कुमार भट्टाचार्य ने प्रेजेंटेशन के माध्यम से SOP की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने CHC स्तर से लेकर जिला अस्पताल, मेडिकल कॉलेज और स्टेट लेवल संस्थानों के लिए SOP में वर्णित विषयों की रूपरेखा प्रस्तुत की।
मुख्य बिंदु
कॉस्ट, एक्सेसिबिलिटी, क्वालिटी केयर और रेफरल पाथवे शामिल
CHC स्तर पर बेसिक इमरजेंसी केयर व स्टेबलाइजेशन की आवश्यकता
जिला अस्पतालों में क्रिटिकल केयर की सेकेंडरी रेफरल तैयारी, इंफ्रास्ट्रक्चर और स्टाफ क्वालिफिकेशन
एक अंग फेलियर → जिला अस्पताल
एक से अधिक अंग फेलियर → तुरंत मेडिकल कॉलेज रेफर
स्टेट लेवल पर स्पेशलिस्ट सपोर्ट, एजुकेशन, ऑडिट सिस्टम पर जोर
प्राइवेट अस्पतालों के लिए भी दिशा-निर्देश शामिल
उन्होंने यह भी बताया कि जल्द ही राज्य में ऑर्गन ट्रांसप्लांटेशन शुरू किए जाने की संभावना है।
SOP को सर्वसम्मति से मंजूर किया गया
अपर मुख्य सचिव श्री अजय कुमार सिंह ने कहा कि यह SOP निर्माण संबंधी दूसरी वर्कशॉप है, और डॉक्टरों के व्यापक सुझावों के आधार पर इसे आज अपनाने का समय आ गया है। सभी डॉक्टरों और प्रतिनिधियों ने सर्वसम्मति से SOP को मंजूरी दे दी।
उन्होंने कहा:
एक वर्ष के भीतर झारखंड के सभी अस्पतालों में SOP को implement किया जाएगा
राज्य में डॉक्टरों की कमी बड़ी चुनौती है, लेकिन भर्ती और अन्य प्रयास जारी हैं
आवश्यकता पड़ने पर अन्य राज्यों से भी डॉक्टर उपलब्ध कराए जाएंगे
अस्पतालों को इक्विपमेंट IPH मानकों के अनुरूप स्थापित करने होंगे
IT और AI आधारित डिजिटल हेल्थ सिस्टम राज्य में लागू किया जाएगा
जल्द ही “झारखंड डिजिटल हेल्थ मिशन” की शुरुआत होगी
प्राइवेट अस्पतालों को भी अपने ICU को अपडेट करने और इंश्योरेंस स्कीम से प्राप्त फंड का उपयोग करने का सुझाव दिया
कार्यक्रम के अंत में एनएचएम के निदेशक सत्य प्रकाश झा ने सभी प्रतिभागियों को धन्यवाद ज्ञापित किया और SOP के सफल कार्यान्वयन के प्रति आशा व्यक्त की।कुल 225 प्रतिभागियों ने इस कार्यक्रम में भाग लिया।
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