रांची(Ranchi): राजधानी रांची में 108 एम्बुलेंस सेवा के ड्राइवर हड़ताल पर है। राज्य के कई हिस्सों में मरीजों को इसी तरह की परेशानी का सामाना करना पड़ रहा है। एम्बुलेंस के ना होने से प्राइवेट गाड़ियों की डिमांड बढ़ी है। दरअसल हड़ताल पर जाने वाले एम्बुलेंस के ड्राइवरों का कहना है कि भी चालक और ईएमटी को पांच महीने से वेतन नहीं मिला। हम लोग अपनी जान जोखिम में डालकर चौबीसों घंटे जनता की सेवा के लिए हाजिर रहते हैं। बदले में हमें क्या मिलता है। कोरोना काल में भी हम डटे रहे,उस हाल में भी हमने अपने परिवार का फिक्र किए बगैर लोगों की सेवा की और आज हम भुखमरी के कगार पर आ गए हैं। हमारी समस्या को हल करने वाला कोई नहीं है। ऐसे में अब जब तक हमारे बकाया वेतन का भुगतान नहीं किया जाता है तब तक हम लोग हड़ताल पर रहेंगे। गिरिडीह समाहरणालय के समक्ष विरोध कर रहे मोहन कुमार दास, खुर्शीद अंसारी, मोहन कुमार, राहुल कुमार दास, नागेंद्र कुमार चौधरी सहित कई लोग अपनी मांगों के साथ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।

वहीं 108 एम्बुलेंस सेवा पूरी तरह से ठप हो गयी है। कई जिलों के एम्बुलेंस कर्मी हड़ताल पर चले गये हैं, वहीं कई जिलों में एक-दो दिन में हड़ताल पर जाने की घोषणा की गयी है। 108 एम्बुलेंस कर्मियों का विरोध प्रदर्शन भी जारी है। इनकी मांग है कि जब तक बकाया वेतन नहीं मिल जाता, तब तक हड़ताल जारी रहेगी।










