रांची. सत्ता के गलियारे का रसूखदार और लैंड ब्रोकर रहे कमलेश कुमार के यहां इडी की टीम ने छापेमारी की. इडी की तरफ से पिछले दिनों कमलेश को लैंड स्कैम मामले में पूछताछ के लिए इडी दफ्तर बुलाया गया था. इसके बाद इडी की कार्रवाई आज की गयी. राजधानी के एस्टर ग्रीन नामक अपार्टमेंट के सी ब्लाक के 603 फ्लैट में कमलेश के यहां इडी की टीम पहुंची. बताया जाता है कि कमलेश ने इडी की टीम को घर तक नहीं आने के कई बातें भी कहीं, पर टीम पहुंची और उसके यहां से एक करोड़ रुपये नगद, नाइन एमएम का पिस्टल, 100 जिंदा कारतूस और कई जमीनों के दस्तावेज मिले. अभी इडी की टीम की गिनती जारी है.
सत्ता के गलियारे में सीएम समेत भाजपा के कई वरिष्ठ नेताओं के साथ कमलेश के ताल्लुकात थे. पूर्व डीजीपी डीके पांडेय के कांके स्थित पुलिस को-आपरेटिव की जमीन दिलाने में भी कमलेश की महत्वपूर्ण भूमिका थी. राजधानी के कांके स्थित लॉ यूनिवर्सिटी से सटे रिंग रोड के किनारे 25 एकड़ गैर मजरुआ जमीन पर रीवर व्यू प्रोजेक्ट स्थापित करने. फरजी दस्तावेजों के सहारे जुमार नदी के 21 एकड़ जमीन को हड़पने का भी आरोप इस पर लग चुका है. पुलिस ने जमीन कब्जा करने के मामले में अक्तूबर 2021 में कमलेश को गिरफ्तार किया गया था. जमशेदपुर के सीतारामडेरा थाना क्षेत्र का रहनेवाला कमलेश का राजधानी के चेशायर होम रोड में मकान है. इसके बाद इसने एस्टर ग्रीन नामक रिहायशी बहुमंजिली अपार्टमेंट में दो करोड़ का फ्लैट भी खरीदा. पुलिस के कुछ आला अधिकारियों के साथ मिल कर सरकारी जमीन को कब्जा करने का एकछत्र राज्य कमलेश ने कायम किया, जिसमें कांके, हेहल, बड़गाई, शहर अंचल और अन्य अंचल के अंचलाधिकारी शामिल हैं. अपने चिर परिचित स्टाईल यानी जेसीबी लेकर जमीन कब्जा करने की आदत से कमलेश ने चामा, नगड़ी, जुमार नदी समेत कई जगहों पर कई एकड़ जमीन कब्जा किया. ग्रामीणों का विरोध भी इसके सामने कुछ नहीं था.