रांची झारखंड में 3000 करोड़ टेंडर कमीशन मामले में गिरफ्तार ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम को 14 दिनों की पूछताछ के बाद कोर्ट में पेश किया गया . न्यायिक हिरासत में लेते हुए बिरसा मुंडा केंद्रीय कारागार होटवार भेज दिया गया . ईडी ने कोर्ट के आदेश पर 17 मई को पूछताछ के लिए आलमगीर आलम को जेल से अपने साथ ले गई थी .गौरतलब है कि टेंडर कमीशन घोटाला में मनी लांड्रिंग के तहत जांच कर रही ईडी की रिमांड पर मंत्री आलमगीर आलम का 14वां दिन आज पूरा हुआआज पीएमएलए कोर्ट में प्रस्तुत करने के बाद उन्हें न्यायिक हिरासत में रांची के होटवार स्थित बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा में भेज दिया गया . 14 दिनों की पूछताछ में मंत्री आलमगीर आलम के सामने ईडी ने पूर्व में गिरफ्तार उनके निजी सचिव संजीव लाल व संजीव लाल के नौकर जहांगीर को भी बैठाकर पूछताछ की .संजीव लाल व उनके नौकर जहांगीर आलम से जुड़े ठिकानों से करीब 37.5 करोड़ रुपये नकद की बरामदगी के अलावा भारी मात्रा में दस्तावेज बरामद हुए थे . इसके बाद ईडी ने 28 मई को मंत्री आलमगीर आलम के सामने ग्रामीण विकास विभाग के पूर्व सचिव मनीष रंजन को भी बैठाया और टेंडर कमीशन के खेल को समझाउनके बीच वाट्सएप चैट, टेंडर कमीशन के बंटवारे को लेकर हुई बातचीत कमीशन की राशि से संबंधित निर्णय आदि के मुद्दे पर भी ईडी ने पूछताछ की थी . ईडी ने मनीष रंजन को अब तीन जून को चल-अचल संपत्ति के दस्तावेज के साथ उपस्थित होने के लिए कहा है .टेंडर कमीशन घोटाले में मंत्री आलमगीर आलम व ग्रामीण विकास विभाग के पूर्व सचिव मनीष रंजन से पूछताछ में ईडी को उनसे जुड़े रांची के दो और ठिकानों की भी जानकारी मिली
कब्जामुक्त कराएं जमीन, दबंगों को सिखाएं कानूनी सबक : मुख्यमंत्री !
गोरखपुर : किसी जमीन पर अवैध कब्जा करने वाले, कमजोरों को उजाड़ने वाले बख्शे न जाएं। उनके खिलाफ विधि सम्मत...