चतरा : झारखंड के प्रधान सचिव, गृह, कारा एवं आपदा प्रबंधन विभाग झारखण्ड एवं पुलिस महानिदेशक झारखण्ड रांची संयुक्त रूप से चतरा जिले में अवैध अफीम की खेती के उन्मूलन और निषिद्ध मादक पदार्थों के दुरुपयोग पर रोक लगाने के लिए एक महत्वपूर्ण समीक्षात्मक बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में निम्नलिखित एजेण्डा बिन्दुओं पर विमर्श किया गया तथा समीक्षा कई दिशा निर्देश दिये गये।NDPS से संबंधित सभी लंबित मामलों पर विमर्श करते हुए उन सभी काण्डों की (विशेष कर वर्ष 2023 के एवं उसके पूर्व से लंबित है) समीक्षा की एवं विलम्ब के कारणों का निवारण करते हुए तत्काल उन काण्डों का निष्पादन किये जाने का निर्देश दिया . उन्होनें विशेष रूप से उन सभी मामलों की समीक्षा की, जिसमें Large quantity या Commercial quantity बरामद हुई है।अवैध अफीम की खेती की रोकथाम हेतु पुलिस एवं वन विभाग के पदाधिकारी / कर्मियों के बीच आपसी समन्वय स्थापित किया जाए और आवश्यकता अनुसार कठोर कानूनी कार्रवाई की जाए।अफीम की खेती प्रायः सुदूरवर्ती क्षेत्रों एवं वन भूमि में की जाती है, इसलिए वन पदाधिकारियों का सहयोग अपेक्षित है।एनडीपीएस कांडो के अभियुक्त एवं उसके सरगना साथ ही साथ संगठित अपराधिक गिरोह के सदस्यों द्वारा अवैध रूप से अर्जित संपत्ति की विवरणी प्राप्त कर वांछित कार्यवाही करना सुनिश्चित करेंगे इस बैठक के दौरान प्रधान सचिव गृह,कारा एवं आपदा प्रबंधन विभाग झारखण्ड सरकार वंदना डाडेल एवं पुलिस महानिदेशक, अनुराग गुप्ता के अतिरिक्त रवि रंजन अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक, अमोल विनुकांत होमकर, पुलिस महानिरीक्षक (अभियान), झारखण्ड, असीम विकांत मिंज, पुलिस महानिरीक्षक (अप, अनु. विभाग), झारखण्ड, माइकल एस०राज पुलिस महानिरीक्षक (बोकारो), सुनिल भास्कर, पुलिस उप महानिरीक्षक, हजारीबाग, श्री कार्तिक एस० पुलिस उप-महानिरीक्षक विशेष शाखा, अमित रेणु पुलिस अधीक्षक अभियान, पुलिस अधीक्षक विशेष शाखा, पुलिस अधीक्षक एस०आई०बी० एवं अन्य वरीय पुलिस पदाधिकारियों सहित उपायुक्त चतरा, प्रखण्ड विकाश पदाधिकारी, अंचलाधिकारी, चतरा जिला के सभी पुलिस उपाधीक्षक पु.नि. एवं सभी सीमावर्ती क्षेत्रों के थाना प्रभारी उपस्थित रहें।