चतरा :चतरा जिले के वशिष्ठ नगर जोरी थाना क्षेत्र में एक झोलाछाप डॉक्टर की लापरवाही ने 4 वर्षीय मासूम ऋषि कुमार की जान ले ली। 1 सितंबर को पेट दर्द की शिकायत पर परिजन बच्चे को सलैया गांव के प्रदीप विश्वकर्मा के अवैध क्लीनिक ले गए। वहां डॉक्टर ने बच्चे को तीन इंजेक्शन लगाए और दवाइयां दीं, जिसके बाद ऋषि सुस्त पड़ गया। डॉक्टर ने इसे इंजेक्शन का असर बताकर घर भेज दिया, लेकिन बच्चे की हालत बिगड़ती गई और वह तड़पने लगा। परिजन उसे दोबारा क्लीनिक ले गए, जहां डॉक्टर ने मृगी का दौरा बताकर बाहर ले जाने को कहा। गया के मगध मेडिकल अस्पताल में चिकित्सकों ने बच्चे को मृत घोषित कर दिया, कारण बताया गया दवा का ओवरडोज और रिएक्शन। परिजनों ने वशिष्ठ नगर थाना में शिकायत दर्ज की, पुलिस ने क्लीनिक सील कर दिया, लेकिन आरोपी प्रदीप फरार है। वह पंचमहला स्कूल में पारा शिक्षक भी है। स्वास्थ्य विभाग की निष्क्रियता पर सवाल उठ रहे हैं, क्योंकि अवैध क्लीनिकों पर कार्रवाई नहीं होती। परिजन न्याय की मांग कर रहे हैं।
मुख्य सचिव की अध्यक्षता में झारखंड ट्रांसजेंडर कल्याण बोर्ड की बैठक !
रांची : मुख्य सचिव अलका तिवारी ने सरकारी योजनाओं का लाभ देने के लिए ट्रांसजेंडरों का राज्यव्यापी सर्वें कराने का...