रांची स्थित एनएचएम सभागार में स्वास्थ्य विभाग, झारखंड सरकार द्वारा बंपर बहाली एवं नियुक्ति पत्र वितरण समारोह का भव्य आयोजन किया गया। इस ऐतिहासिक अवसर पर बड़ी संख्या में डॉक्टरों एवं स्वास्थ्य कर्मियों को नियुक्ति पत्र प्रदान किए गए।हिजाब पहनकर आई महिला डॉक्टर को सलाम—संविधान, नारी सम्मान और धार्मिक स्वतंत्रता का सशक्त संदेशकार्यक्रम का सबसे प्रेरणादायक और संदेशपूर्ण क्षण तब सामने आया, जब हिजाब पहनकर नियुक्ति लेने आई एक महिला डॉक्टर को माननीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी ने पूरे सम्मान के साथ सलाम कर नियुक्ति पत्र सौंपा।यह दृश्य केवल एक नियुक्ति का नहीं, बल्कि संविधान प्रदत्त अधिकार, नारी सम्मान, धार्मिक स्वतंत्रता और समावेशी शासन व्यवस्था का जीवंत प्रतीक बन गया।इस अवसर पर डॉ. इरफान अंसारी ने कहा की *“आप झारखंड का भविष्य हैं, बेटी हैं। हमारी सरकार बेटियों, माताओं और हर धर्म का सम्मान करती है। यहां पहचान कपड़ों से नहीं, योग्यता से होती है। सम्मान के साथ सेवा का अवसर देना हमारी जिम्मेदारी है।”*
उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा—
*“यह बिहार नहीं, झारखंड है—यहां सुशासन है, संवेदनशील प्रशासन है, भाईचारा है और जनता के आत्मसम्मान की रक्षा है।”*
*यह बहाली नहीं, स्वास्थ्य व्यवस्था में क्रांतिकारी परिवर्तन है*
डॉ. इरफान अंसारी ने कहा कि यह सिर्फ नियुक्ति पत्र वितरण नहीं, बल्कि जनता और सरकार के बीच विश्वास का अनुबंध है।
महज 11 महीनों में झारखंड की स्वास्थ्य व्यवस्था की दिशा और दशा में ऐतिहासिक बदलाव किए गए हैं।
वर्ष के अंत में यह एक और बड़ी स्वास्थ्य नियुक्ति पहल है, जो आने वाले समय में और गति पकड़ेगी।
*स्वास्थ्य मंत्री ने भविष्य की योजनाओं की जानकारी देते हुए कहा की*
■अगले 3 वर्षों में सभी मेडिकल कॉलेज पूर्ण रूप से क्रियाशील होंगे
■करीब 10,000 और नियुक्तियाँ जल्द की जाएंगी
■सभी सिविल सर्जनों को रिक्त पदों की अद्यतन सूची तत्काल भेजने का निर्देश
■नियुक्ति प्रक्रिया निरंतर जारी रहेगी, नए वर्ष के पहले महीने में बंपर डॉक्टर बहाली
■अन्य राज्यों से भी बड़ी संख्या में विशेषज्ञ डॉक्टरों ने आवेदन किया है
■हाईटेक इंफ्रास्ट्रक्चर और एडवांस मेडिकल टेक्नोलॉजी
■राज्य में 7 अत्याधुनिक (हाईटेक) डायग्नोस्टिक लैब का निर्माण
■सभी मेडिकल कॉलेज AI आधारित, रोबोटिक और स्मार्ट हेल्थ सिस्टम से जुड़ेंगे
■सदर एवं रेफरल अस्पतालों का पूर्ण डिजिटलीकरण
■स्वास्थ्य विभाग एवं मंत्री आवास में सेंट्रल कमांड कंट्रोल सेंटर
■रीयल-टाइम पेशेंट मॉनिटरिंग, सीसीटीवी सर्विलांस और डेली हेल्थ डेटा एनालिसिस
■मेडिको सिटी: अब झारखंड में ही सुपर स्पेशियलिटी इलाज
■राज्य में मेडिको सिटी की स्थापना
■JICA के माध्यम से ऋण लेकर सुपर स्पेशियलिटी अस्पतालों का निर्माण
■अब झारखंडवासियों को इलाज के लिए दूसरे राज्यों में नहीं जाना पड़ेगा
■विश्वस्तरीय चिकित्सा सुविधा झारखंड में ही उपलब्ध होगी
■ब्लड और जेनेटिक डिसऑर्डर के लिए ऐतिहासिक पहल
■सभी जिलों में ब्लड सेपरेशन यूनिट मशीन हेतु ₹9 करोड़ की स्वीकृति
■रांची सदर अस्पताल में जल्द सिकल सेल एनीमिया थैलेसीमिया एप्लास्टिक एनीमिया के लिए बोन मैरो ट्रांसप्लांट यूनिट
■राज्य गठन के 25 वर्षों बाद पहली बार झारखंड में बोन मैरो ट्रांसप्लांट सुविधा उपलब्ध होगी।
बाहर से विशेषज्ञ डॉक्टर आकर झारखंड में सेवा देंगे।
■मुख्यमंत्री गंभीर योजना: इलाज में अब कोई बाधा नहीं
■मुख्यमंत्री गंभीर योजना के तहत 21 गंभीर बीमारियाँ टैग
■पुरानी जटिल प्रक्रियाएं समाप्त
■मरीजों को इलाज में अब किसी प्रकार की प्रशासनिक बाधा नहीं
डॉ. इरफान अंसारी ने कहा *“बीमारी डर लाती है, सरकार का काम है भरोसा देना, इलाज देना और सहारा बनना।”*
हिजाब पहनकर आई महिला डॉक्टर को सम्मान देने के दौरान स्वास्थ्य मंत्री ने कहा की *“लोकप्रिय मुख्यमंत्री आदरणीय हेमंत सोरेन जी और श्री राहुल गांधी जी का स्पष्ट निर्देश है—विकास सबका, सम्मान सबका।”*
उन्होंने बिहार की हालिया घटना का उल्लेख करते हुए कहा की *“महिला का अपमान करने वाली मानसिकता से हमारी सरकार का कोई संबंध नहीं। झारखंड सभी धर्मों, सभी वर्गों और सभी बेटियों का सम्मान करता है।”*
मुख्य सचिव श्री अजय कुमार सिंह ने कहा की *“आने वाले समय में झारखंड की स्वास्थ्य व्यवस्था में अभूतपूर्व और संस्थागत परिवर्तन देखने को मिलेगा। आधुनिक तकनीक और कुशल मानव संसाधन के साथ स्वास्थ्य सेवाएं नई ऊंचाइयों पर जाएंगी।”*
*झारखंड का स्वास्थ्य तंत्र अब केवल इलाज नहीं,बल्कि सम्मान, विश्वास और आधुनिक चिकित्सा का सशक्त मॉडल बन रहा है।**
कार्यक्रम में इनकी रही उपस्थिति
कार्यक्रम में स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव श्री अजय कुमार सिंह, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, झारखण्ड के अभियान निदेशक श्री शशि प्रकाश झा, निदेशक प्रमुख स्वास्थ्य सेवाऐं, डाॅ॰ सिद्धार्थ सान्याल ने भी अपने विचार व्यक्त किये। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी और कर्मचारी मौजूद थे।












