रांची :बिरला प्रौद्योगिकी संस्थान (बीआईटी), मेसरा में आयोजित जटिल प्रणालियों के अनुकरण की कला और विज्ञान: चुनौतियाँ एवं अवसर विषयक अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन (एएसएसआईसीएस’25) के तीसरे एवं अंतिम दिन वैश्विक विशेषज्ञता, अंतःविषय अनुसंधान तथा तकनीकी नवाचारों का प्रभावशाली प्रदर्शन देखने को मिला।
दिन का शुभारंभ कोरिया गणराज्य स्थित डेगू कैथोलिक विश्वविद्यालय के डॉ. योन सू ली के व्याख्यान से हुआ। उन्होंने कृत्रिम कूल्हा प्रत्यारोपण के पश्चात अनुवर्ती अध्ययनों में कृत्रिम बुद्धिमत्ता के अनुप्रयोगों पर अपने विचार प्रस्तुत किए। इसके पश्चात भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, जोधपुर के डॉ. प्रभात के. जायसवाल ने चरण-क्रमण प्रणालियों में प्रतिरूप निर्माण एवं गतिकी पर व्याख्यान दिया। वहीं संस्थान की डॉ. कोएल मुखर्जी ने संगणकीय अनुकरण के माध्यम से प्रोटीन की कार्यक्षमता और स्थिरता का विश्लेषण प्रस्तुत किया।
इसके अतिरिक्त डॉ. रविंद्र कुमार एवं डॉ. पवन के. तिवारी ने पदार्थों के प्लाज्मा प्रसंस्करण में वेग एवं ऊर्जा वितरण फलनों पर अपने शोध निष्कर्ष साझा किए। प्रोफेसर अभय एम ने जल शोधन के क्षेत्र में ग्राफीन तथा उसके व्युत्पन्नों की अपार संभावनाओं पर प्रकाश डाला। प्रातःकालीन सत्र का समापन प्रोफेसर सत्यकी दास के व्याख्यान से हुआ, जिसमें उन्होंने एल नीनो तथा सामान्य वर्षों के दौरान भारतीय उपमहाद्वीप में वायुमंडलीय ऊर्जागतिकी में होने वाले मौसमी परिवर्तनों का विस्तृत अध्ययन प्रस्तुत किया। इसके पश्चात चाय अवकाश एवं पोस्टर सत्र आयोजित किया गया।
दोपहर के सत्र में साइप्रस संस्थान के डॉ. विजय कानवाडे ने एरोसोल विज्ञान में गहन अधिगम (डीप लर्निंग) एल्गोरिद्म के अनुप्रयोगों पर व्याख्यान दिया। इसके बाद प्रोफेसर ब्यूटी भाद्र ने अगली पीढ़ी के अनुप्रयोगों के लिए क्वांटम डॉट आधारित फोटोनिक उपकरणों में हुई प्रगति पर प्रस्तुति दी। शैक्षणिक कार्यक्रम का समापन प्रोफेसर मृनमोय कायाल के सत्र के साथ हुआ, जिसमें उन्होंने बांग्ला भाषा में आत्मघाती तथा गैर-अवसादग्रस्त अभिव्यक्तियों की पहचान हेतु प्राकृतिक भाषा प्रसंस्करण आधारित मशीन अधिगम ढांचे पर विस्तार से चर्चा की।
सम्मेलन का औपचारिक समापन वैलेडिक्टरी सत्र के साथ हुआ, जिसमें तीन दिनों तक चले अत्याधुनिक अनुसंधान, वैश्विक सहयोग तथा सांस्कृतिक आदान-प्रदान का उत्सव मनाया गया। इस अवसर ने एक बार फिर शिक्षा एवं अनुसंधान के क्षेत्र में संस्थान की अग्रणी एवं नवोन्मेषी भूमिका को सुदृढ़ किया।
एक अनियंत्रित कार डिवाइडर पर चढ़ गई !
राँची :कांके रोड स्थित जज कॉलोनी पास आज एक अनियंत्रित कार डिवाइडर पर चढ़ गई। प्रप्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, कार संभवतः...










