आज झारखंड के लिए एक ऐतिहासिक दिन है। लोकप्रिय मुख्यमंत्री आदरणीय हेमंत सोरेन जी की दूरदर्शी सोच, सशक्त नेतृत्व और जनहितकारी मार्गदर्शन के परिणामस्वरूप रांची में मेडिकल यूनिवर्सिटी की स्थापना का रास्ता पूरी तरह साफ हो गया है। यह निर्णय राज्य की स्वास्थ्य एवं मेडिकल शिक्षा व्यवस्था को नई दिशा देने वाला साबित होगा।
झारखंड राज्य को बने 25 वर्ष हो चुके हैं। इस लंबे कालखंड में राज्य में मेडिकल यूनिवर्सिटी की आवश्यकता महसूस की जाती रही, लेकिन पूर्ववर्ती भाजपा सरकार इस दिशा में ठोस पहल नहीं कर सकी। भवन तो बने, परंतु फैकल्टी, परीक्षा प्रणाली और सुचारू संचालन की ठोस व्यवस्था के अभाव में मेडिकल कॉलेजों का पूर्ण संचालन और डॉक्टरों की बहाली प्रभावित होती रही।
अब मेडिकल यूनिवर्सिटी के गठन से जुड़ी सभी तकनीकी और प्रशासनिक अड़चनें दूर कर ली गई हैं। यूनिवर्सिटी के गठन के बाद मेडिकल कॉलेजों का पंजीकरण, फैकल्टी की नियुक्ति, परीक्षाओं का संचालन तथा अकादमिक नियंत्रण राज्य की अपनी मेडिकल यूनिवर्सिटी के माध्यम से किया जाएगा। इससे बड़े पैमाने पर डॉक्टरों की बहाली संभव होगी और मेडिकल कॉलेजों का संचालन सुचारू रूप से हो सकेगा।
मेडिकल यूनिवर्सिटी की स्थापना से झारखंड में नए सरकारी एवं निजी मेडिकल कॉलेज खुलने का मार्ग प्रशस्त होगा। इससे राज्य में डॉक्टरों की उपलब्धता बढ़ेगी, स्वास्थ्य सेवाएँ सुदृढ़ होंगी और आम जनता को बेहतर इलाज उपलब्ध हो सकेगा। यह उपलब्धि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन जी की दूरदर्शी नीति और जनहित के प्रति प्रतिबद्धता का स्पष्ट प्रमाण है।
ब्रांबे में मेडिकल यूनिवर्सिटी, 6–7 महीनों में संचालन की तैयारी
स्वास्थ्य शिक्षा के क्षेत्र में एक ऐतिहासिक पहल के तहत झारखंड मेडिकल यूनिवर्सिटी बोर्ड का गठन हो चुका है। यूनिवर्सिटी के अस्थायी संचालन हेतु रांची के ब्रांबे स्थित पंचायती राज विभाग द्वारा निर्मित पूर्व सेंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ झारखंड परिसर का चयन किया गया है। यह परिसर बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर और विशाल क्षेत्रफल के कारण मेडिकल यूनिवर्सिटी के लिए सर्वथा उपयुक्त पाया गया है।
स्वास्थ्य, चिकित्सा शिक्षा एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. इरफान अंसारी, अपर मुख्य सचिव श्री अजय कुमार सिंह, संयुक्त सचिव श्री ललित मोहन शुक्ल सहित अन्य पदाधिकारियों ने ब्रांबे स्थित परिसर का निरीक्षण किया। निरीक्षण के उपरांत परिसर को मेडिकल यूनिवर्सिटी के संचालन के लिए उपयुक्त घोषित किया गया। उल्लेखनीय है कि प्रस्तावित मेडिकल यूनिवर्सिटी के कुलाधिपति झारखंड सरकार के माननीय मुख्यमंत्री होंगे।
मीडिया को संबोधित करते हुए स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी ने कहा कि झारखंड गठन के बाद स्वास्थ्य शिक्षा के क्षेत्र में यह अब तक का सबसे बड़ा और ऐतिहासिक कदम है। उन्होंने बताया कि राज्य में मेडिकल यूनिवर्सिटी के अभाव में अब तक छात्रों, डॉक्टरों और पैरामेडिकल स्टाफ को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा एवं प्रशिक्षण में कठिनाइयों का सामना करना पड़ता था। अब यह कमी पूरी तरह दूर होगी।
डॉ. अंसारी ने जानकारी दी कि पहले रिनपास के समीप मेडिकल यूनिवर्सिटी खोलने की योजना थी, लेकिन कुछ कारणों से वह संभव नहीं हो सकी। इस विषय पर महामहिम राज्यपाल से भी चर्चा हो चुकी है और अगले 6–7 महीनों के भीतर मेडिकल यूनिवर्सिटी का संचालन शुरू कर दिया जाएगा। उन्होंने यह भी बताया कि शनिवार को वे दिल्ली रवाना होंगे, जहां 104 देशों के विशेषज्ञ, डॉक्टर एवं सभी राज्यों के स्वास्थ्य मंत्री भाग लेंगे। इस मंच पर रांची में एम्स की स्थापना की मांग भी मजबूती से रखी जाएगी।
इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव अजय कुमार सिंह ने कहा कि मेडिकल यूनिवर्सिटी से पूरे राज्य को व्यापक लाभ होगा। यहां नर्सिंग, पैरामेडिकल सहित कई नए कोर्स शुरू किए जाएंगे, जिससे झारखंड के छात्रों को पढ़ाई के लिए बाहर नहीं जाना पड़ेगा। वर्तमान में राज्य में 10 मेडिकल कॉलेज हैं, जो आने वाले समय में पीपीपी मॉडल और सरकारी प्रयासों से बढ़कर 20 तक हो सकते हैं। इन सभी कॉलेजों का शैक्षणिक और प्रशासनिक नियंत्रण मेडिकल यूनिवर्सिटी के माध्यम से होगा।
उन्होंने यह भी कहा कि पढ़ाई के साथ-साथ परीक्षा संचालन, प्रश्नपत्र निर्माण, शोध एवं प्रशिक्षण का कार्य भी इसी यूनिवर्सिटी के अंतर्गत होगा, जिससे झारखंड में मेडिकल शिक्षा की गुणवत्ता को नया आयाम मिलेगा।
आने वाला समय झारखंड के स्वास्थ्य क्षेत्र के लिए ऐतिहासिक होगा। राज्य स्वास्थ्य और मेडिकल शिक्षा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनेगा, निवेश बढ़ेगा और आधुनिक तकनीक से युक्त एक मजबूत एवं गुणवत्तापूर्ण मेडिकल शिक्षा व्यवस्था विकसित होगी। जनवरी के प्रथम सप्ताह में माननीय मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन जी के कर-कमलों से मेडिकल यूनिवर्सिटी की आधारशिला रखी जाएगी।
आदित्यपुर थाना क्षेत्र में एक दिल दहला देने वाला सड़क हादसा हुआ !
सरायकेला: सरायकेला-खरसावां जिले के आदित्यपुर थाना क्षेत्र में एक दिल दहला देने वाला सड़क हादसा हुआ. टाटा-कांड्रा मुख्य मार्ग पर...











