रांची : प्रधानमंत्री के कार्यालय और राजभवन का नाम बदल कर लोकभवन करने के फैसले पर झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमिटी के महासचिव सह मीडिया प्रभारी राकेश सिन्हा ने तंज कसते हुए कहा कि जब राजभवन को लोकभवन कहा जाए तो फिर राज्यपाल को भी जनता के द्वारा चुना जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि अपने 11 साल के शासनकाल में रेलवे स्टेशनों, सड़कों का, कई योजनाओं का नाम प्रधानमंत्री ने तो बदल दिया लेकिन देश विकास के पथ पर अग्रसर नहीं हुआ। अब प्रधानमंत्री कार्यालय का नाम भी बदल दिया गया तो एक बार प्रधानमंत्री अपना नाम बदल कर भी देंखे तो शायद युवाओं को रोजगार प्राप्त हो जाए, महंगाई कम हो जाए, डॉलर के मुकाबले रूपये सबसे नीचे पायदान पर चली गई वो कुछ मजबूत हो, किसानों को एमएसपी प्राप्त हो जाए अगर वो नहीं तो नाम बदलने से क्या फयादा।
उन्होंने कहा कि यह सिर्फ नाम बदलने का खेल नहीं है बल्कि एक वैचारिक बदलाव और शक्ति का केन्द्रिकरण है जिसका उद्देश्य राज्यपालों को सीधा जनता से जोड़कर विपक्षी शासनकाल में अस्थिरता पैदा करना है।
झारखंड में बढ़ी ठंड !
रांची : झारखंड में मौसम का मिजाज बदलने लगा है और शुष्क मौसम के बीच ठंड में तेजी से बढ़ोतरी...











