झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने कहा कि भ्रष्टाचार में आकंठ डूबे मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन आज ईडी की पूछताछ से भागते फिर रहे हैं।हाई कोर्ट, सुप्रीम कोर्ट की दौड़ लगा रहे,महंगे वकील पर करोड़ों रुपए खर्च कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि लेकिन मुख्यमंत्री जी कब तक भागेंगे ।उनके लिए होटवार जेल का कमरा सबसे सुरक्षित है। जमीन खरीद बिक्री मामले में हेमंत सोरेन मीडिया को और राज्य की जनता को दिग्भ्रमित कर रहे हैं। यदि जमीन नही बिकती तो खजुरिया में उन्होंने इतना बड़ा बंगला कैसे बनाया है। 108 संपत्ति की तो हेमंत सोरेन ने कोर्ट में एफिडेविट कर बताया है। उन्हे बताना चाहिए कि रांची सहित पूरे झारखंड में उनके पास सबसे अधिक जमीन कहां से कैसे आई। झारखंड में खनिज संपदा कोयला,लोहा, पत्थर,बालू सबकी लूट मची है। राज्य के लोगों को बालू मिल नही रहा और मुंबई,कोलकाता ,दिल्ली के व्यापारी ट्रकों में भरकर बालू लेकर जा रहे। हेमंत सोरेन ने बालू की नीलामी नही की क्योंकि उन्हें राज्य के खजाने में पैसा आए इसकी चिंता नहीं वे बालू लूटकर भी अपनी तिजोरी भरना चाहते हैं आज गरीबों का अनाज भी हेमंत सरकार लूट रही। मोदी सरकार द्वारा भेजे गए अनाज भी आज गरीबों तक नहीं पहुंच रहे। लोग भूख से मरने को विवश हैं। किसी भी ऑफिस में बिना पैसे का काम नही होता। ब्लॉक थाना,जिला कही भी जाएं ,कोई प्रमाणपत्र बनाना हो ,राशन कार्ड में नाम जुड़वाना हो, पैसे देने ही पड़ते हैं। अधिकारी डंके की चोट पर घुस मांगते हैं। राज्य की विधि व्यवस्था पर बोलते हुए कहा कि राज्य में हत्या,लूट,चोरी,डकैती,अपहरण,की घटनाएं तेजी से बढ़ी हैं। बहन बेटियां सुरक्षित नहीं है।रोज बलात्कार की घटनाएं हो रही हैं पुलिस अपराधियों को पकड़ने की जगह वसूली में लगी हुई है। राज्य में 23व्यापारियों की हत्या पिछले 6महीनो में हुई है जिसमे 9ने तो लिखित आवेदन देकर पुलिस से सुरक्षा की गुहार लगाई थी। हेमंत सरकार अपने चहेते दलालों , बिचौलियों को एके 47की सुरक्षा देती है लेकिन आम आदमी को मरने केलिए छोड़ देती है। उन्होंने कहा कि राज्य के विकास में योगदान देने वाले व्यापारी आज दहशत में जी रहे।