रांची :होटल प्रबंधन संस्थान (आईएचएम) राँची द्वारा ‘फ्लेयरमेनिया बारटेंडिंग एवम मिक्सोलोजी वर्कशॉप’ का आयोजन किया गया। इस वर्कशॉप में डेमोंस्ट्रेटर एवम मुख्य अतिथि के रूप में विश्व की प्रथम महिला एवं सबसे तेज़ बारटेंडर, विश्व रिकॉर्ड धारक तथा बेस्ट बारटेंडर अवॉर्ड विजेता कविता मेदार शामिल हुईं। साथ में स्टीफन पीटर भी मौजूद रहें जो की फ्लेयर मेनिया बारटेंडिंग अकादमी) में एफ एंड बी सर्विस प्रोफेसर और बारटेंडिंग फैकल्टी के रूप में कार्यरत हैं।
मेदार, जो पुणे स्थित फ्लेयरमेनिया बारटेंडिंग एकेडमी की संस्थापक हैं, ने इस कार्यशाला का नेतृत्व किया। उन्होंने विद्यार्थियों को मिक्सोलॉजी और कॉकटेल बनाने की कला से संबंधित बारीकियों से अवगत कराया, जो आतिथ्य उद्योग (हॉस्पिटैलिटी इंडस्ट्री) में अत्यंत महत्वपूर्ण हैं।
कार्यशाला का उद्देश्य छात्रों को मिक्सोलॉजी के मूल सिद्धांतों, विभिन्न कॉकटेल बनाने की तकनीकों तथा अपनी क्रिएटिविटी के माध्यम से सिग्नेचर ड्रिंक्स तैयार करने के कौशल से परिचित कराना था। सुश्री मेदार ने अपने जीवन की प्रेरणादायक यात्रा साझा की — कैसे उन्होंने एक छोटे से गाँव से शुरुआत कर विश्वस्तर पर अपनी पहचान बनाई। उन्होंने यह संदेश दिया कि सफलता के लिए बड़े शहर से होना आवश्यक नहीं है, बल्कि लगन और मेहनत सबसे महत्वपूर्ण हैं।
कार्यक्रम के दौरान उन्होंने व्हिस्की सॉर, कॉस्मोपॉलिटन, एस.ओ.बी. और पिना कोलाडा जैसे क्लासिकल कॉकटेल तैयार करने का प्रदर्शन किया तथा एक रोमांचक फायर-फ्लेयरिंग शो प्रस्तुत किया, जिसे छात्रों ने खूब सराहा।
आईएचएम राँची के प्राचार्य डॉ. भूपेश कुमार ने बताया कि इस कार्यशाला का उद्देश्य छात्रों को बारटेंडिंग एवम मिक्सोलोजी संबंधी ज्ञान से रूबरू करना। साथ हीं बताया की मेदार महिला सशक्तिकरन का बेहतरीन उदाहरण हैं। उन्होंने कहा कि संस्थान को गर्व है कि वह अपने विद्यार्थियों को उन्नत बारटेंडिंग कौशल प्रदान कर रहा है, जो उनके आतिथ्य क्षेत्र के करियर में सफलता की दिशा में एक अहम कदम है।
में फंसे 48 झारखंडी कामगारों की सुरक्षित वापसी !
रांची :मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन एक बार फिर प्रवासी कामगारों के मसीहा साबित हुए हैं। उनकी संवेदनशीलता और त्वरित पहल के...












