रांची :
विरासत का सम्मान , वर्तमान का उत्सव और भविष्य की प्रेरणा की सोच के साथ रांची के नामकुम में धरोहर कार्यक्रम का आयोजन किया गया . इस कार्यक्रम का उद्देश्य झारखंड के कलाकारों का सम्मान करने के साथ _ साथ उनके सुनहरे भविष्य की चिंता करना रहा . गीत _ संगीत _ नृत्य , सिनेमा सहित कला के क्षेत्र में प्रसिद्धि पा चुके कलाकारों को इस मौके पर सम्मानित किया गया . धरोहर कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि सह मुख्य वक्त के तौर पर झारखंड के कांग्रेस प्रभारी के राजू , कृषि , पशुपालन एवं सहकारिता मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की , कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष केशव महतो कमलेश , कार्यकारी अध्यक्ष बंधु तिर्की सहित दूसरे नेता शामिल हुए . इस मौके पर पैनल डिस्कशन के जरिए झारखंड के कलाकारों की समस्याओं पर चर्चा हुई . झारखंड के कलाकारों ने कांग्रेस प्रभारी को एक ज्ञापन भी सौंपा . धरोहर कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कृषि , पशुपालन एवं सहकारिता मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की ने कहा कि आधुनिकता से दूर , आज पारंपरिक नृत्य , संगीत और कला संस्कृति को अपनाने की जरूरत है . झारखंड के वाद यंत्र की धुन के सामने सब फीका है . झारखंड के निर्माण में कलाकारों की बड़ी भूमिका रही है . कलाकारों ने झारखंड की संस्कृति को जिंदा रखा है . उन्होंने कहा कि पैनल डिस्कशन के माध्यम से कलाकारों ने जो मांग उठाई है उसका समाधान हो जाए , तो कलाकारों को फायदा होगा . इसके लिए सरकार को बेहतर नीति निर्धारण करना होगा . मंत्री शिली नेहा तिर्की ने कहा कि आज मीडिया , फिल्म और आर्ट को पॉलिटिकल टूल्स की तरह इस्तमाल किया जा रहा है . कुछ मनुवादी सोच के लोग भाषा की विभिन्नता को खत्म करने की साजिश रच रहे है . किसी एक भाषा को थोपा नहीं जा सकता है . झारखंड कांग्रेस प्रभारी के राजू ने कहा कि तेलंगाना राज्य के गठन में कलाकारों की महत्वपूर्ण भूमिका रही . कलाकारों के माध्यम से अलग राज्य गठन का संदेश केंद्र सरकार तक पहुंचा . तेलंगाना सरकार ने कलाकारों के लिए कई तरह की नीति बनाई है . कलाकारों के लिए पेंशन से लेकर स्कॉलरशिप योजना की शुरुआत हुई . झारखंड के कलाकारों के लिए भी नीति बनानी होगी . अकादमी का गठन करना होगा . कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष केशव महतो कमलेश ने कहा कि भाषा , संस्कृति , साहित्य और कला का अलग स्थान है . राज्य में अलग अकादमी बनाने की बात कांग्रेस ने पहले भी की है . इसको लेकर प्रयास किया जाएगा .कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष बंधु तिर्की ने कहा कि झारखंड के कलाकारों को आर्थिक परेशानी का सामना करना पड़ता है . आजाद अंसारी से लेकर दूसरे कलाकारों को कैसे सहयोग कर सके , इसके लिए कुछ करना है . कला के क्षेत्र में युवा कलाकारों को सरकार के द्वारा मौका दिया जा सकता है . संविधान की रक्षा करने में कलाकारों की भी बड़ी भूमिका रही है .
राज्य में नहीं लागू होगा वक्फ कानून !
रांची : झारखंड मुक्ति मोर्चा के दो दिवसीय केंद्रीय महाधिवेशन के पहले दिन राजनीतिक प्रस्ताव में जातिगत जनगणना, ओबीसी के...