झारखण्ड : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विश्वकर्मा पूजा तथा अपने जन्म दिन के अवसर पर पीएम विश्वकर्मा योजना की शुरुवात करेंगे. इसका आयोजन सिदगोड़ा टाउन हॉल में किया जाएगा, जहाँ केन्द्रीय राज्यमंत्री मत्स्य पालन, डेयरी मंत्रालय और सूचना प्रसारण मंत्री एल मुरुगन बतौर मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहेंगे। इसके साथ ही कार्यक्रम में मंत्री बन्ना गुप्ता तथा सांसद विद्युत वरण महतो सम्मलित होंगे। देशभर में कई कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है।
क्या है विश्वकर्मा योजना :
प्रधानमंत्री ने इस वर्ष स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर इस योजना का ऐलान किया था तथा पीएम विश्वकर्मा योजना केंद्र सरकार ने वितीय 2023 – 24 के बजट सत्र में इस योजना की घोषणा किया गया था। इस योजना में 13000 करोड़ का निवेश करेगी तथा योजनार्थियों को 15 हज़ार का टूलकिट और 500 रूपए प्रतिदिन स्टाइपेंड भी प्रदान किए जाएंगे। साथ ही लाभार्थियों को एडवांस ट्रेनिंग भी दी जाएगी। इस योजना का मुख्य उद्देश्य कारीगरों को आर्थिक सहायता प्रदान करना है। इससे उनके कौशल विकास को बढ़ावा मिलेगी। इसके साथ ही पीएम विश्वकर्मा सर्टिफिकेट और आईडी कार्ड, बेसिक और एडवांस ट्रेनिंग से जुड़े स्किल अपग्रेड, 5% रियायती ब्याज डर पर एक लाख रुपए पहली क़िस्त, 2 लाख दूसरी तक कोलेटरल फ्री क्रेडिट सपोर्ट के माध्यम से मान्यता दी जाएगी।
रजिस्ट्रेशन तथा आवेदन कैसे दे :
पीएम विश्वकर्मा योजना 13000 करोड़ का निवेश जिसका उद्देश्य कारीगरों को आर्थिक सहायता प्रदान करना है। इसमें परिवार का एक ही सदस्य आवेदन दे सकता है। इस स्कीम के अंतर्गत बायोमेट्रिक आधारित पीएम विश्वकर्मा पोटर्ल का इस्तेमाल कर कॉमन सेंटर(CSC) के माध्यम से विश्वकर्माओं का फ्री रजिस्ट्रेशन किया जाएगा। कारीगरों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए सरकार 3 लाख रुपए तक का भी लोन प्रदान करेगी। इस लोन को दो क़िस्त में दिया जाएगा।
18 पारंपरिक व्यवसायों को मिलेगा लाभ :
पीएम विश्वकर्मा योजना का फायदा लोहार, ताला बनाने वाले, कारपेंटर, नाव बनाने वाले, अस्त्र बनाने वाले, हथौड़ा और टूलकिट निर्माता, पारंपरिक गुड़िया और खिलौने बनाने वाले, नाई, मालाकार, धोबी, दर्जी, मछली का जाल बनाने वाले सुनार, कुम्हार, मूर्तिकार, मोची, राज मिस्त्री, डलिया, चटाई और झाड़ू बनाने वाले लोगों को मिलेगा। भारत में ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों के कारीगरों और शिल्पकारों को सहायता प्रदान करेगी।